Multai News। शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुलताई में एक 10 वर्षीय बच्ची की उपचार के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद पुलिस जांच कर रही है।
क्या हुआ मामला?
मेघनाथ मोहल्ला निवासी बच्ची का कई दिनों से एक झोला छाप डॉक्टर से इलाज चल रहा था। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे सरकारी अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। नियमानुसार, मौत की सूचना पुलिस को दी जानी थी, लेकिन बिना पोस्टमॉर्टम के ही शव परिजनों को सौंप दिया गया।
अस्पताल प्रशासन पर उठे सवाल
बाद में स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई, तो बीएमओ डॉ. पंचम सिंह ने पुलिस को सूचना दी। उन्होंने दावा किया कि परिजनों ने पोस्टमॉर्टम से मना कर दिया था, इसलिए शव सौंप दिया गया। हालांकि, मामला संदिग्ध लगने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की है।
पुलिस क्या कहती है?
थाना प्रभारी देव करण डहरिया ने बताया कि बीएमओ से बातचीत की जा रही है। फिलहाल, मामले में पुलिस कार्रवाई का इंतजार है, जबकि परिजनों का आरोप है कि लापरवाही से बच्ची की जान चली गई।