गेहूं के दाम दौड़ रहे घोड़े जैसे MSP पार अब रोटी भी लगने लगी राजा महाराजाओं की थाली वाली गेहूं की कीमतों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को पार करते हुए गेहूं के दाम आसमान छू रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से गेहूं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे न केवल आम जनता बल्कि सरकार भी परेशान है। अगर यही रफ्तार रही, तो आने वाले दिनों में गेहूं की कीमतें और भी अधिक बढ़ सकती हैं। हालांकि, नई फसल आने के बाद कीमतों में कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं के भाव
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की कीमतें अलग-अलग स्तर पर चल रही हैं। कुछ मंडियों में गेहूं का न्यूनतम भाव 2,500 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि अधिकतम भाव 3,144 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। इंदौर मंडी में गेहूं का अधिकतम भाव 3,144 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया है, जो कि MSP से काफी ऊपर है। वहीं, ब्यावरा मंडी में गेहूं का मोडल रेट 2,970 रुपये प्रति क्विंटल है। इसी तरह, सागर मंडी में गेहूं का अधिकतम भाव 3,080 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है।
गेहूं की बढ़ती कीमतों के कारण
गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं। पहला, मौसम की मार ने फसल को नुकसान पहुंचाया है, जिससे उत्पादन में कमी आई है। दूसरा, बढ़ती मांग और आपूर्ति में कमी ने भी कीमतों को ऊपर धकेल दिया है। तीसरा, बाजार में सट्टेबाजी और जमाखोरी भी कीमतों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है। सरकार ने इन मुद्दों पर काबू पाने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन अभी तक कीमतों में कोई खास कमी नहीं आई है।
आने वाले समय में क्या होगा?
आने वाले समय में गेहूं की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है। नई फसल आने के बाद बाजार में आपूर्ति बढ़ेगी, जिससे कीमतों में गिरावट आ सकती है। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि फसल की गुणवत्ता और उत्पादन कितना होता है। अगर फसल अच्छी होती है, तो कीमतों में कमी आने की संभावना है। लेकिन अगर उत्पादन कम होता है, तो कीमतें और भी बढ़ सकती हैं।गेहूं के दाम दौड़ रहे घोड़े जैसे MSP पार अब रोटी भी लगने लगी राजा महाराजाओं की थाली वाली