India

महाकुंभ में ट्रैफिक जाम से हाहाकार, जानिए 5 बड़ी वजहें

महाकुंभ में ट्रैफिक जाम से हाहाकार, जानिए 5 बड़ी वजहें प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में तीसरे अमृत स्नान के बाद भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसका सीधा असर यातायात पर पड़ रहा है, जिससे प्रयागराज की सड़कें जाम से अटकी हुई हैं। संगम की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर भारी ट्रैफिक जाम लगा हुआ है, और पैदल यात्रियों को भी 20-25 किलोमीटर तक चलना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों महाकुंभ में इतना भीषण ट्रैफिक जाम हो रहा है और इसकी पीछे की 5 बड़ी वजहें क्या हैं।

1. पार्किंग स्थलों का ओवरफ्लो

प्रशासन ने महाकुंभ के लिए प्रयागराज को जोड़ने वाले सभी सात प्रमुख मार्गों पर 102 पार्किंग स्थल बनाए थे। लेकिन तीन अमृत स्नान के बाद इनकी संख्या घटाकर 36 कर दी गई। वसंती पंचमी के बाद भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, जिससे ज्यादातर पार्किंग स्थल पहले ही भर चुके हैं। नतीजा यह है कि सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है।

2. समीपवर्ती जिलों के साथ तालमेल की कमी

प्रयागराज में एंट्री लेने वाले वाहनों को रोकने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है। इसकी वजह से शहर में आने वाले वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रशासन और पुलिस का समीपवर्ती जिलों के साथ तालमेल न होना भी इस समस्या को बढ़ा रहा है। अगर पहले से ही वाहनों को बॉर्डर पर रोकने की योजना बनाई जाती, तो शायद हालात इतने बदतर न होते।

3. बाहरी सुरक्षाकर्मियों को जानकारी का अभाव

महाकुंभ में सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए बाहरी पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। लेकिन इन जवानों को प्रयागराज की भौगोलिक स्थिति की सही जानकारी नहीं है। श्रद्धालुओं द्वारा रास्ता पूछने पर जवानों का जवाब होता है, “धीरे-धीरे बढ़ते जाइए।” यह स्थिति दर्शाती है कि मेला प्रशासन ने सुरक्षाकर्मियों को पर्याप्त ट्रेनिंग नहीं दी है, जिससे यातायात प्रबंधन और भी मुश्किल हो गया है।

4. वीवीआईपी प्रोटोकॉल से उपजी दिक्कतें

महाकुंभ में हर दिन किसी न किसी वीवीआईपी का आगमन हो रहा है। इनकी सुरक्षा और सुगमता के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई जा रही है, जिसका सीधा असर आम यातायात पर पड़ रहा है। वीवीआईपी प्रोटोकॉल के कारण सड़कों को घंटों तक बंद रखा जाता है, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है।

5. यातायात सूचना प्रणाली का अभाव

श्रद्धालुओं को ट्रैफिक जाम और रास्तों की सही जानकारी समय पर नहीं मिल पा रही है। हाईवे पर संकेतकों की कमी के कारण लोग एक-दूसरे के पीछे भटक रहे हैं। अगर समय रहते यातायात की स्थिति की जानकारी दी जाए और संकेतक लगाए जाएं, तो हालात काफी हद तक नियंत्रित हो सकते हैं। महाकुंभ में ट्रैफिक जाम से हाहाकार, जानिए 5 बड़ी वजहें

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button