Chanakya Niti: गुप्त रखें ये 3 राज, सफल होगा जीवन, पुरुषों को किन बातों को गुप्त रखना चाहिए, जानिए

By charpesuraj4@gmail.com

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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की महान पुस्तक ‘चाणक्य नीति’ में उन्होंने मानव जीवन के लिए उपयुक्त आचरण के नियम बताए हैं. इनका पालन करना हमारे ही हित में है. चाणक्य नीति दैनिक जीवन में कई तरह की जानकारियां उपलब्ध कराती है. जो लोग सैद्धांतिक जीवन जीना चाहते हैं, परिस्थितियों और अपनी गलतियों के कारण दुख से बचना चाहते हैं, उन्हें चाणक्य नीति का अध्ययन करना चाहिए और उसकी बारीकियों को जानना चाहिए.

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इस लेख में हम देखेंगे वह नियम जिन्हें पुरुषों को किन बातों को गुप्त रखना चाहिए या किन मामलों में उन्हें खुलकर सामने नहीं लाना चाहिए. इन नियमों का पालन करने से पुरुषों को न सिर्फ निजी जीवन में फायदा होगा बल्कि नौकरी और व्यापार में भी सफलता निश्चित है. आइए जानते हैं वो नियम कौन से हैं:

1. आर्थिक मामले (Financial Matters):

चाणक्य नीति के अनुसार, पुरुषों को अपने आर्थिक मामलों, आय, व्यय, आय के साधनों पर खुलकर चर्चा नहीं करनी चाहिए. क्योंकि, पुरुषों का व्यक्तित्व आर्थिक स्थिति से ही झलकता है. समाज में उनका मूल्यांकन किया जाता है. ये बात याद रखनी चाहिए कि आर्थिक समस्या कितनी भी बड़ी क्यों न हो, उसे चौबीसों घंटे चर्चा करने से हल नहीं निकलता, बल्कि लोग हमारा फायदा उठा सकते हैं. ऐसे विषयों को अपने किसी खास करीबी के अलावा किसी और के साथ साझा न करने की सलाह दी जाती है.

2. पारिवारिक समस्याएं (Family Problems):

पुरुषों को अपनी पत्नी और बच्चों के बारे में बाहरी लोगों से चर्चा नहीं करनी चाहिए. भले ही पत्नी का व्यवहार खराब हो, बच्चे ना मानते हों, इससे लोगों की नजरों में पुरुष की छवि (चाणक्य नीति) खराब होती है. अगर घर में ऐसा वातावरण है, तो ये तस्वीर सामने आती है कि उस आदमी को घर में कोई सहारा नहीं है, उसकी कोई इज्जत नहीं करता, उसकी कोई कद्र नहीं करता और दूसरे लोग उस परिस्थिति का फायदा उठा सकते हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए इस विषय पर बात करते समय सतर्क रहना चाहिए. ज्यादा जानकारी ना दें, वरना मामला हाथ से निकल सकता है.

3. अपमान (Insult):

कहा जाता है कि आपके दुख का कोई सुनने वाला नहीं होता. बल्कि ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो उस पीड़ा और परेशानी का फायदा उठाते हैं. तो अगर आपका सम्मान हुआ है तो उसकी खुशी मनाएं लेकिन अपमान को चुपचाप सहन करें. आपको सलाह देने और आपकी गलतियां बताने वाले लोग तो होते ही हैं. इससे अच्छा है कि आप उन्हें अनसुना कर दें बजाय इसके कि अपमान का घूंट पी जाएं.

चाणक्य नीति के अनुसार, अगर पुरुष इन तीनों नियमों का पालन करते हैं, तो उनका निजी जीवन दूसरों के लिए फायदे का सौदा नहीं बनेगा और आपको निश्चित रूप से लाभ होगा.