Vastu Tips: चाहे आप नया घर खरीदें या बनवाएं, घर की दिशा को वास्तु में महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि घर की दिशा से ही उसके सकारात्मक और नकारात्मक वातावरण का निर्धारण होता है. वास्तु के अनुसार बना घर आपके जीवन में खुशहाली लाता है, वहीं गलत दिशा में बना घर परेशानियों का कारण बन सकता है.
यह भी पढ़े- Chanakya Niti: सुखी परिवार का राज आचार्य चाणक्य के अनुसार गृहस्थ के लिए अनमोल गुण, जानिए
घर बनाने से पहले न सिर्फ उसके नक्शे और डिजाइन, बल्कि वास्तु के अनुसार भी कई चीजों का ध्यान रखना जरूरी होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि घर का मुख्य द्वार वास्तु के अनुसार हो, तो घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है. साथ ही घर बनाते समय दिशा का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अगर आपके घर का मुख्य द्वार शुभ दिशा में हो, तो माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. अगर आप नया घर खरीदने या बनवाने जा रहे हैं, तो इन दोनों स्थितियों में आपको वास्तु की कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. ये कौन सी महत्वपूर्ण बातें हैं, आइए जानते हैं भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी और वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा जी से.
वास्तु के अनुसार शुभ दिशाएं
वास्तु के अनुसार, जिस दिशा से आप घर में आते हैं और बाहर जाते समय उस दिशा का मुख होता है, उसे ही प्रवेश द्वार कहा जाता है. आपके घर, ऑफिस, दुकान, फैक्ट्री का प्रवेश द्वार आपके जीवन में अहम भूमिका निभाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या व्यापार के प्रवेश द्वार के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व दिशा मानी जाती है. अगर आपके घर का प्रवेश द्वार इस दिशा में है, तो यह आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाता है. साथ ही आपको हर कार्य में सफलता मिलती है और घर में खुशहाली बनी रहती है.
पश्चिम दिशा
यह नहीं है कि केवल पूर्व दिशा वाले घर ही सबसे अच्छे होते हैं. पश्चिम दिशा वाले घर भी वास्तु में अच्छे माने जाते हैं. ऐसे घरों में भी सुख-समृद्धि बनी रहती है. हालांकि, आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. खासतौर पर घर का मुख्य द्वार बीच में होना चाहिए.
उत्तर दिशा
उत्तर-पूर्व के बीच में बने हुए घरों में धन-दौलत की कोई कमी नहीं होती है. ऐसे घरों में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. खास बात यह है कि इन घरों में वास्तु दोषों को दूर करने के लिए किसी उपाय की जरूरत नहीं होती है.
दक्षिण दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा में बने घरों का प्रवेश द्वार शुभ नहीं माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि दक्षिण दिशा में बने घरों में रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता है. साथ ही आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं रहती है. हालांकि, वास्तु के कुछ उपायों को अपनाकर आप वास्तु दोष को दूर कर सकते हैं.