Today Chana Rate 2023 मंडी में 03 अप्रैल के चने क्या है भाव जानिए एक क्लिक में, देश सभी बड़ी मंडियों के चने दाम एक सेकंड में देखे हमारे देश में चने का उत्पादन सबसे अधिक महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में होता है | इस बार मौसम अनुकूल होनें के कारण चना उत्पादक राज्यों में चने की फसल काफी अच्छी हुई है | सभी किसान भाई इसे अच्छे भावों में बेचने के लिए समर्थन मूल्यों की और रुख कर रहे है | यदि हम चने के भावों की बात करे, तो वर्तमान में चना न्यूनतम समर्थन मूल्य अर्थात एमएसपी (MSP) के लगभग आस-पास के भाव में ही चल रहा है |
Today Chana Rate 2023 मंडी में 03 अप्रैल के चने क्या है भाव जानिए एक क्लिक में, देश सभी बड़ी मंडियों के चने दाम एक सेकंड में देखे
जबकि पिछले कुछ दिनों में इसके दामों में उछाल देखनें को मिला था | जिसके कारण किसानों और व्यापारियों मे चने के भावों को लेकर तेजी की काफी संभावना दिखाई दे रही है, जिसके चलते मंडियों में रोजाना उतार-चड़ाव देखने को मिल रहा है | ऐसे में सभी के मन में रोजाना चनें का भाव जाननें की उत्सुकता बनी रहती है | यहाँ पर आज हम आपको चने का भाव आज का 2023 – Today Chana Rate अर्थात मंडी में चना क्या भाव है ? इसके बारें में बताया जा रहा है |
चने का भाव आज का 2023 – Today Chana Rate
इस वर्ष अर्थात 2023 के लिए सरकार द्वारा चने का एमएसपी अर्थात न्यूनतम समर्थन मूल्य 5320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है | इसका सीधा अर्थ यह है, कि जो भी किसान भाई अपने चने की फसल को सरकारी खरीदी पर बेचना चाहते है, वह 5230 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच सकते हैं | यदि हम चनें के भावों में तेजी अर्थात दामों में बढ़ोत्तरी की बात करे, तो पिछले वर्ष जब चने की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हुई तो इसके भाव 4800 रुपये प्रति क्विंटल के आस-पास से शुरू हुई, जो कि एमएसपी से थोडा कम थी | लेकिन इसके भावों में उछाल आया तो यह 6695 रुपये तक गया था | फिलहाल चना मंडियों में भाव पहले की तुलना मे कमजोर होने से मंदी दिखाई दे रही है| इस वर्ष में मार्च के अंतिम दिनों के भावों की बात करें, तो यह 4800 से लेकर 5600 के आस-पास देखने को मिल रहा है|
मंडी में 03 अप्रैल को चना क्या भाव है (Aaj Chane Ka Mandi Bhav Kya Hai)
चना मंडियों के नाम | देसी चना के भाव प्रति क्विंटल रुपये |
इंदौर चना मंडी भाव | 4690 रुपये प्रति क्विंटल |
झांसी मंडी चना भाव | 4900 रुपये प्रति क्विंटल |
बरेली मंडी देसी चना भाव | 5760 रुपये प्रति क्विंटल |
यूपी-साहरनपुर मंडी भाव | 5650 रुपये प्रति क्विंटल |
हरदा मंडी चना भाव | 4730 रुपये प्रति क्विंटल |
नागपूर-MH मंडी – नया चना | 4580 रुपये प्रति क्विंटल |
नीमच देसी चना रेट | 4820 रुपये प्रति क्विंटल |
उज्जैन | 4730 रुपये प्रति क्विंटल |
करंजा / महाराष्ट्र मंडी चना भाव | 4550 रुपये प्रति क्विंटल |
मुंबई मंडी भाव | 5501 रुपये प्रति क्विंटल |
बीकानेर मंडी चना भाव | 4570 रुपये प्रति क्विंटल |
जयपुर मंडी चना | 4735-4800 रुपये प्रति क्विंटल |
श्रीगंगानागर | 4550 रुपये प्रति क्विंटल |
कोटा मंडी चना भाव | 5000 रुपये प्रति क्विंटल |
विदिशा चना भाव | 4750 रुपये प्रति क्विंटल |
देवास मौसमी चना | 4730 रुपये प्रति क्विंटल |
चना देसी रतलाम mp | 4700 रुपये प्रति क्विंटल |
मंडी भाव राजस्थान | 4260 से 4825रुपये प्रति क्विंटल |
चना मंडी भाव मध्य प्रदेश | 4262 से 9015रुपये प्रति क्विंटल |
चना मंडी भाव उतर प्रदेश | 4620 स 6035रुपये प्रति क्विंटल |
भारत में चनें का रकबा (Chana acreage in India)
कृषि मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में चने का औसत रकबा 87.81 लाख हेक्टेयर रहता है, जबकि इस बार यह रकबा बढ़कर 108.29 हेक्टेयर हो गया है, जोकि पिछले वर्ष की अपेक्षा 99.04 लाख हेक्टेयर से 8.28 फीसदी अधिक है। यदि हम मध्य प्रदेश की बात करे तो यहाँ इस वर्ष पिछले वर्ष के 33.52 लाख हेक्टेयर के मुकाबले चने का रकबा 36.9 लाख हेक्टेयर है | जबकि कर्नाटक के किसानों नें 13.8 लाख हेक्टेयर में चने की खेती की है | यदि हम यहाँ पिछले वर्ष के आकडे को देखे तो यह आंकड़ा 10.81 लाख हेक्टेयर था। महाराष्ट्र में चने का रकबा इस वर्ष पिछले वर्ष के 18.68 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 19.77 लाख हेक्टेयर हो गया है।
सबसे अधिक चने का उत्पादन करनें वाले राज्य (Highest Production of Gram States in India)
चनें की उत्पादकता के मामले में भारत सबसे अधिक उत्पादन करने वाला देश है | भारत में सबसे अधिक चनें का उत्पादन करनें वाले राज्य इस प्रकार है-
मध्य प्रदेश | 39% |
महाराष्ट्र | 14% |
राजस्थान | 14% |
आंध्र प्रदेश | 10% |
उत्तर प्रदेश | 7% |
कर्नाटक | 4% |
Today Chana Rate 2023 मंडी में 03 अप्रैल को चना क्या भाव है जानिए एक क्लिक में
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि हमें प्रतिवर्ष लगभग 85 से 90 लाख टन चने से घरेलू आवश्यकताओं की पूति की जाती है | हालाँकि इस वर्ष (फसल वर्ष-2023) चने के उत्पादन मेकाफी अच्छी पैदावार बताई जा रही हैं | सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष सर्दी के समय बारिश होने से चनें की फसल काफी अच्छी बैठेगी | जिससे हमारी घरेलू और अन्य आवश्यकताओं की पूर्ती होनें के साथ ही चनें के निर्यात की संभावनाएं काफी अधिक है |
चने की फसल बेचने की लिमिट में हुई वृद्धि (Gram Crop Increased Limit For Sale)
वर्तमान समय में देश के लगभग सभी राज्यों में गेहूं, चना सहित अन्य रबी की फसलों के एमएसपी अर्थात न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों को खरीदनें का कार्य किया जा रहा है | एमएसपी पर फसलों को खरीदनें का कार्य गवर्नमेंट की अलग-अलग एजेंसियों द्वारा किया जाता है | देश के अलग-अलग राज्यों में फसलों की उपज की खरीद उस राज्य के द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार किया जाता है | सेन्ट्रल गवर्नमेंट की से राज्यों को प्रमुख फसलों की खरीद के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाता है | उसी निर्धारित लक्ष्य के अनुसार राज्यों द्वारा खरीद की जाती है। हालाँकि यह खरीद लक्ष्य से अधिक भी हो सकता है |
40 क्विंटल तक चना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में खरीद के निर्धारित नियमों के मुताबिक यह निर्धारित किया जाता है, कि एक किसान एक दिन में अपनी कितने कुंतल फसल का विक्रय कर सकता है| आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि मध्य प्रदेश में चनें की फसल बेचनें की लिमिट बढ़ा दी गयी है | इस सम्बन्ध में कृषि मंत्री ने कहा, कि एक किसान अपनी ट्राली में 35 कुंतल चना लेकर केंद्र पर आता था परन्तु सरकारी खरीद सीमा 25 कुंतल होनें के कारण किसानों को 10 कुंतल चना वापस ले जाना पड़ता था | कृषि मंत्री से दिल्ली में चर्चा में किए गए अनुरोध पर किसानों के हित में निर्णय लेते हुए सीमा को 25 क्विंटल से बढ़ाकर 40 क्विंटल करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अब एक किसान एक दिन में 40 क्विंटल तक चना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकेगा।