भारत और मालदीव के बीच ख़राब रिश्ते का इस देश को मिला बंबाट फायदा, 6 माह में बढ़ी इतनी कमाई

By abarskar18@gmail.com

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भारत और मालदीव के बीच ख़राब रिश्ते का इस देश को मिला बंबाट फायदा, 6 माह में बढ़ी इतनी कमाई

भारत और मालदीव के बीच रिश्ते खराब होने का फायदा किसी तीसरे देश को हुआ है। उसकी सरकारी तिजोरी भरने लगी है। वहां के मंत्री ने खुद इस बात को स्वीकार किया है।

श्रीलंका हुआ मालदीव का विकल्प

दरअसल, भारत और मालदीव के बीच विवाद का फायदा श्रीलंका को हो रहा है। भारतीय पर्यटकों के मालदीव का बहिष्कार करने के बाद पड़ोसी देश श्रीलंका को फायदा हुआ है। मालदीव से मुंह मोड़ने वाले भारतीय पर्यटक अब श्रीलंका का रुख कर रहे हैं और वहां खूब खर्च कर रहे हैं। साल 2023 में श्रीलंका घूमने आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 2022 के मुकाबले लगभग दोगुनी हो गई है। ये बढ़ोत्तरी भारत और मालदीव के रिश्ते खराब होने के बाद ही देखने को मिली है।

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श्रीलंका कैसे कर रहा है अच्छा

ttgasia की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में श्रीलंका में छुट्टियां मनाने के लिए 302,844 भारतीय पर्यटक पहुंचे थे। ये संख्या 2022 के 123,004 के मुकाबले लगभग दोगुनी है। श्रीलंका सरकार का अनुमान है कि साल 2024 में करीब 6 लाख भारतीय पर्यटक आएंगे। श्रीलंका का पर्यटन विभाग भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए खास अभियान भी चला रहा है। मुंबई, दिल्ली जैसे शहरों में रोड शो का आयोजन कर रहा है। कई अन्य शहरों में भी रोड शो की योजना है।

श्रीलंका के पर्यटन मंत्री ने खुद किया स्वीकार

श्रीलंका के पर्यटन मंत्री हरिन फर्नांडो ने खुद इस बात को माना है कि भारत-मालदीव के तनाव का उन्हें फायदा मिला है। CNBC से बातचीत करते हुए फर्नांडो ने कहा कि भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का बहिष्कार किया। इसका फायदा हमें मिला। उनका कहना है कि साल 2030 तक भारत पर्यटन पर पैसा खर्च करने वाला चौथा सबसे बड़ा देश बन जाएगा। इसलिए हमारी नजरें खासकर भारतीय पर्यटकों पर हैं। मालदीव फैक्टर ने हमारी मदद की।

श्रीलंका में सबसे ज्यादा भारतीय पर्यटक

श्रीलंका के पर्यटन विभाग के मुताबिक साल 2023 में वहां कुल 1,487,303 पर्यटक आए थे। जिनमें से अकेले 302,844 भारतीय पर्यटक थे। जुलाई 2023 से भारतीय पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पर्यटन विभाग के अनुसार जनवरी में 13759, फरवरी में 13714, मार्च में 18959, अप्रैल में 19915, मई में 23016, जून में 26830, जुलाई में 23461, अगस्त में 30593, सितंबर में 30063, अक्टूबर में 28222, नवंबर में 30339 और दिसंबर में 43973 भारतीय पर्यटक श्रीलंका घूमने आए।

मालदीव को हुआ नुकसान, भारतीय पर्यटक अब श्रीलंका का रुख कर रहे हैं

भारत के साथ रिश्ते खराब होने का सीधा असर मालदीव के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। वहां आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या अब आधी हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से अप्रैल के बीच सिर्फ 42,638 भारतीय पर्यटक ही मालदीव घूमने गए। जबकि पिछले साल इसी अवधि में 73,785 भारतीय पर्यटकों ने मालदीव की खूबसूरती का लुत्फ उठाया था।

जनवरी में 15,006
फरवरी में 11,252
मार्च में 7,668
अप्रैल में 8,712 भारतीय पर्यटक मालदीव घूमने गए।

पर्यटन से चलता है मालदीव का पहिया

गौर करने वाली बात ये है कि मालदीव की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार पर्यटन ही है। पिछले कई सालों से भारतीय पर्यटक मालदीव आने वाले विदेशी सैलानियों में सबसे बड़े योगदानकर्ता रहे हैं। साल 2021 और 2022 में, भारत मालदीव का सबसे बड़ा पर्यटक बाजार था। कुल पर्यटकों में से लगभग 23% हिस्सा सिर्फ भारतीय पर्यटकों का ही था।

2021 में 2.9 लाख भारतीय पर्यटक मालदीव घूमने गए।
2022 में 2.4 लाख भारतीय पर्यटक मालदीव पहुंचे।
2023 में भी करीब 2.9 लाख भारतीय पर्यटक मालदीव गए।
लेकिन, भारत के साथ रिश्ते खराब होने के बाद से मालदीव के पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है।

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भारत-मालदीव रिश्ते क्यों हुए खराब?

कुछ महीने पहले, चीन समर्थित मोहम्मद मुइजजू मालदीव के राष्ट्रपति बने। इसके बाद से ही उन्होंने भारत के बारे में कुछ विवादित बयान दिए। उन्होंने भारत के सैनिकों को मालदीव से वापस बुलाने की मांग की और इसके लिए समय-सीमा भी दे डाली। उसी दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप गए और वहां के खूबसूरत समुद्र तटों और परिदृश्य को सोशल मीडिया पर साझा किया। माना जाता है कि यही घटनाक्रम भारत-मालदीव रिश्तों में खटास की वजह बना।