किसानों को फायदे की खेती साबित हो सकती है तरबूज की खेती, जाने कैसे करे तरबूज की खेती

By सचिन

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किसानों को फायदे की खेती साबित हो सकती है तरबूज की खेती, जाने कैसे करे तरबूज की खेती

किसानों को फायदे की खेती साबित हो सकती है तरबूज की खेती, जाने कैसे करे तरबूज की खेती हम आपको बता दे की बहुत ही फायदे का सौदा साबित होंगा तरबूज की खेती आपको तो पता ही है की गर्मियों के दिनों मे बहुत ही ज्यादा डिमांड मे होता है, इसलिए आज के समय में खेती किसानो के लिए लाभ कमाने का एक आसान जरिया बन गयी है, अब किसान भाई नई- नई तकनीक और नए उन्नत बीजो की बुवाई कर अच्छी आमदनी ले रहे है। अगर आप भी किसी ऐसे फसल की खेती करना चाहते है जो आपको कम समय और कम लागत में अधिक मुनाफा दे तो आपके लिए तरबूज की खेती एक बहुत ही जबरदस्त ऑप्शन है।

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इन राज्यों में बड़े पैमाने पर की जाती है तरबूज खेती

हम आपको बता दे की तरबूज खेती मुख्य रूप से गर्मी के सीजन में उत्पादन देने वाली फसल है, जिसका अधिकतर उत्पादन उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर किया जाता है लेकिन इसके खेती से हमने वाले मुनाफे को देखते हुएअब अन्य राज्यों के किसान भी इसकी खेती से अच्छा लाभ कमा रहे है। आप भी इसकी खेती से मोटी कमाई प्राप्त कर सकते है।

जानिए तरबूज की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी

हम आपको बता दे की तरबूज की खेती के लिए लिए गर्म और औसत आर्द्रता वाले क्षेत्र सबसे उपयुक्त माने जाते है. फसल के बेहतर विकास के लिए 25 से 32 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले क्षेत्रों में आप इसकी खेती सरलता से कर सकते है. वहीं, रेतीली और रेतीली दोमट भूमि इसकी खेती के लिए सबसे बेहतर मानी जाती है.आप भी इसकी खेती कर अच्छा लाभ कमा सकते है।

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बुवाई से पहले करे खेतो की गहरी जुताई और बुवाई का समय

हम आपको बता दे की अगर आप तरबूज की खेती से मोटी कमाई करना चाहते है तो इसके लिए आपको अपने खेत की पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए. जिसके बाद मिट्टी में गोबर की खाद को अच्छी तरह मिला दें. जिससे आपकी फसल की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी। जलवायु और परिस्थितियों के आधार पर निर्भर करता है, अगर आप पहाड़ी, मैदानी और नदियों वाले क्षेत्र में तरबूज की खेती अलग-अलग महीने में की जाती है. जैसइ की उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में तरबूज की बुवाई फरवरी और मार्च में की जाती है. जबकि नदियों के किनारों पर बुवाई नवम्बर से मार्च तक करनी चाहिए. वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में मार्च से अप्रैल तक बुवाई करते है तो आप इसकी खेती से बम्पर पैदावार ले सकते है।

कम लागत में देगी अधिक मुनाफा

हम आपको बता दे की तरबूजकी खेती अन्य फलों की खेती मुकाबले इस फल में कम समय, कम खाद और कम पानी में भी पक्क्कर तैयार हो जाती है, गर्मियों में खुद को डिहाइड्रेशन से बचाने के तरबूज के फल को भरपूर सेवन किया जाता है. जिसका गर्मी के सीजन में काफी ज्यादा डिमांड होती है। आप भी इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते है, गर्मियों के मौसम की शुरुआत में अगर आप तरबूज को बाजार में उपलब्ध करा देते है तो इस दौरान बाजार में तरबूज के फल की बेहद मांग रहती हैं।