पारंपरिक खेती छोड़ किसान कर रहे फूलों की खेती, मुनाफा देख हर कोई हो रहा है हैरान

पारंपरिक खेती में लागत निकालना भी किसानों के लिए मुश्किल हो गया है, जिसके चलते अब कई किसान फूलों और फलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। गेहूं, चना और धान की खेती से होने वाले घाटे से परेशान होकर किसान अब ऐसी खेती कर रहे हैं, जिसमें मुनाफा ज्यादा हो। खासतौर पर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर फूलों की खेती से शानदार कमाई कर रहे हैं।
ग्लैडियोलस और जबेरा की बढ़ती मांग
बाराबंकी जिले के किसान मुनाफे की खेती करते हुए ग्लैडियोलस और जबेरा फूलों की खेती कर रहे हैं। किसान मोइनुद्दीन, विनय वर्मा, संजय, बृजेश वर्मा और सीताराम जैसी कई किसानों की टीम पिछले 20 वर्षों से ग्लैडियोलस फूलों की खेती कर रही है। एक ग्लैडियोलस फूल की डंडी 8 से 10 रुपये में बिकती है, जिससे उन्हें शानदार मुनाफा होता है। वहीं, प्रगतिशील किसान संदीप वर्मा जबेरा फूलों की खेती कर रहे हैं, जिसकी बिक्री लखनऊ मंडी में होती है और यहां इसकी काफी मांग रहती है।
फूलों की खेती से लाखों की कमाई
फूलों की खेती से किसान शानदार कमाई कर रहे हैं। गेंदा फूल ₹70 प्रति किलो, गुलाब ₹150 प्रति किलो और चमेली ₹100 प्रति किलो बिक रही है। ग्लैडियोलस के गुच्छे 8 से 10 रुपये में आसानी से बिक जाते हैं। पारंपरिक खेती से घाटे में रहने वाले किसान अब फूलों की खेती करके लाखों रुपये कमा रहे हैं। इस बढ़ती मांग को देखते हुए अब अन्य किसान भी इस खेती की ओर बढ़ रहे हैं।