17 साल बाद मिली T20 वर्ल्ड कप में खिताबी जीत, जानिये टीम इंडिया का ये प्रदर्शन ज़्यादा खास क्यों है?

By dipu199712345@gmail.com

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17 साल बाद मिली T20 वर्ल्ड कप की ख़िताब, टीम इंडिया का ये प्रदर्शन ज़्यादा खास क्यों है?

17 साल बाद मिली T20 वर्ल्ड कप में खिताबी जीत, जानिये टीम इंडिया का ये प्रदर्शन ज़्यादा खास क्यों है?, भारतीय क्रिकेट टीम ने भले ही 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता था, लेकिन उसके बाद 17 साल का लंबा इंतज़ार करना पड़ा. 2024 में फिर से चैंपियन बनकर टीम इंडिया ने इतिहास रचा है. इन दोनों जीत के बीच का लंबा अंतराल और 2007 के मुकाबले 2024 की ये जीत कई मायनों में खास मानी जा रही है.

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रोहित शर्मा की कप्तानी में अनोखी उपलब्धि

टी20 वर्ल्ड कप में नाबाद रहते हुए चैंपियन बनना, ये भारतीय क्रिकेट टीम ने रोहित शर्मा की कप्तानी में पहली बार कर दिखाया है. 2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीता था भारत. तब ये प्रतियोगिता काफी हल्के माहौल में खेली गई थी. उस वक्त अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टी20 फॉर्मेट बिल्कुल नया था और पहली बार ही इस फॉर्मेट में वर्ल्ड कप खेला जा रहा था.

लेकिन 2024 का वर्ल्ड कप आते-आते टी20 फॉर्मेट काफी प्रतिस्पर्धात्मक हो चुका है. इस लिहाज से देखें तो रोहित शर्मा की टीम की जीत 2007 के मुकाबले कहीं ज्यादा खास मानी जा रही है. आजकल कई प्रोफेशनल टी20 लीग्स खेली जा रही हैं, जिस वजह से ये फॉर्मेट पूरी तरह बदल चुका है.

धोनी पर नहीं था दबाव

2007 में भारत पर इस वर्ल्ड कप को जीतने का ज्यादा दबाव नहीं था, क्योंकि उस वक्त टी20 को उतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता था. इसी वजह से सचिन, राहुल द्रविड़ जैसे कई सीनियर खिलाड़ियों ने वर्ल्ड कप में खेलना ज़रूरी नहीं समझा. बाद में धोनी को कप्तान बनाया गया और टीम में युवराज सिंह, रोहित शर्मा, जोगिंदर शर्मा जैसे कई खिलाड़ी शामिल थे जो पहली बार वर्ल्ड कप खेल रहे थे. खुद खिलाड़ियों पर भी ज्यादा दबाव नहीं था, लेकिन प्रतियोगिता के अंत तक ये समझ आ गया था कि टी20 का रोमांच अपने चरम पर पहुंचने लगा है.

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बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा

2024 तक टी20 वर्ल्ड कप में टीमों के बीच की प्रतिस्पर्धा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, श्रीलंका जैसी बड़ी टीमें सुपर-8 में भी नहीं पहुंच पाईं. वहीं दूसरी तरफ, पहली बार टी20 वर्ल्ड कप खेल रही अमेरिकी टीम ने पाकिस्तान को हराकर इतिहास रचा डाला.

कप्तानी भी खास

ये जीत कप्तानी के स्तर पर भी बहुत खास है. जहां धोनी 26 साल की उम्र में भारत को वर्ल्ड कप का खिता दिलाने वाले सबसे युवा कप्तान बने थे, वहीं रोहित शर्मा 37 साल की उम्र में सबसे उम्रदराज कप्तान के रूप में ये कप जीते हैं. ये रोहित शर्मा का आखिरी वर्ल्ड कप भी था और उनकी कप्तानी की साख भी दांव पर लगी हुई थी. फाइनल में जीत के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गजों के संन्यास ने इस जीत को और भी यादगार बना दिया है.