Swapna Shastra: स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने हमारे भविष्य और वर्तमान से जुड़े होते हैं. आज हम आपको सपने में खुद को गिरते हुए देखने का मतलब बताएंगे. स्वप्न शास्त्र में इस तरह के सपनों का संबंध केतु ग्रह से बताया गया है. आइए जानते हैं सपने में खुद को गिरते हुए देखने का क्या अर्थ है?
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सपनों की अपनी एक अलग और अजीब दुनिया होती है. स्वप्न शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति जो भी सपने देखता है, वे निश्चित रूप से उसके जीवन से जुड़े होते हैं. सपने व्यक्ति के भविष्य के बारे में बताते हैं. सपने शुभ भी होते हैं और अशुभ भी. आज हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि सपने में खुद को गिरते हुए देखने का क्या मतलब होता है. साथ ही जानते हैं कि ऐसे सपने आपके जीवन को किस तरह प्रभावित करने वाले हैं.
बहुत से लोगों को यह अनुभव होता है कि वे सपने में गिर रहे हैं, किसी ऊंची जगह से नीचे आ रहे हैं. स्वप्न शास्त्र के अनुसार, ऐसा सपना आना इस बात का संकेत देता है कि आप किसी ऐसी ही स्थिति में फंसे हुए हैं, जिससे आप बाहर निकलना नहीं चाहते हैं. ऐसे सपने इस बात का भी संकेत देते हैं कि आपको अपने जीवन से कई चीजों को निकाल फेंकना है. अपने अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए.
केतु ग्रह से जुड़े होते हैं गिरने वाले सपने
जब भी आप सपने में खुद को ऊंचाई से गिरते हुए देखते हैं, तो इसका सीधा संबंध केतु ग्रह से होता है. केतु मोक्ष, अध्यात्म आदि का कारक माना जाता है. अगर आप सपने में ऊंचाई से गिरते हुए देखते हैं, तो इसका मतलब है कि आपके पिछले जन्म के कुछ कर्म केतु से जुड़े हुए हैं. यानी पिछले जन्म के कर्मों के कारण आपको केतु का असर हो सकता है.
अगर आपको ऐसे सपने आते हैं, तो आपको अपने घर में काले और सफेद रंग के कुत्ते रखने चाहिए. आप गोमेद रत्न भी धारण कर सकते हैं.
दूसरी तरफ, अगर आप सपने में खुद को जमीन पर गिरते हुए देखते हैं, तो इसका मतलब है कि आपने कोई ऐसा काम किया है, जो आपको नहीं करना चाहिए था और जिसके लिए आपको बहुत पछतावा होता है.