Sitafal ki kheti: सीताफल की खेती एक सीजन में ही भर देंगी पैसो का झोला, जाने पूरी जानकारी…

By Alok Gaykwad

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Sitafal ki kheti: सीताफल की खेती एक सीजन में ही भर देंगी पैसो का झोला, जाने पूरी जानकारी, भारतीय किसान अब परंपरागत खेती को छोड़कर गैर-पारंपरिक खेती की ओर रुख कर रहे हैं और इसमें सफलता भी हासिल कर रहे हैं। ज्यादातर किसान कम समय में ज्यादा कमाई के लिए फल उगा रहे हैं, जिनमें से एक सीताफल की खेती भी है। सीताफल की फसल से किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. एक बार सीताफल का पौधा लगाने के बाद, किसान कई सालों तक उससे फल प्राप्त कर सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको सीताफल की खेती कैसे करें और इसके लिए उपयुक्त तापमान और जलवायु के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

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सीताफल के लिए उपयुक्त तापमान और जलवायु

सीताफल की खेती किसी भी तरह की उपजाऊ मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन 5.8 से 8 के pH वाली मिट्टी इसे सबसे ज्यादा रास आती है. वहीं शुष्क जलवायु सीताफल की फसल के लिए अच्छी मानी जाती है. इसकी फसल के लिए गर्मियों का मौसम सबसे अच्छा होता है. सीताफल की खेती ठंडे इलाकों में नहीं की जा सकती है. सीताफल की खेती के लिए 10 डिग्री से 40 डिग्री सेल्सियस तक का न्यूनतम तापमान उपयुक्त माना जाता है. सीताफल की खेती सबसे ज्यादा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और गुजरात में की जाती है।

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सीताफल की खेती कैसे करें?

सीताफल की खेती करने के लिए सबसे पहले किसानों को खेत से पुरानी फसलों के अवशेषों को हटाना होगा। इसके बाद खेत की 2 से 3 बार गहरी जुताई करनी होती है। इसके बाद मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए रोटावेटर से जुताई की जाती है। अब खेत को समतल करना होता है और खेत में पानी भरना होता है। पौधे लगाने के लिए खेत में गड्ढे बनाने होते हैं। जमीन में लगभग 2 फीट गहरा और 1 मीटर चौड़ा गड्ढा तैयार किया जाता है। एक लाइन से दूसरी लाइन की दूरी लगभग 5 मीटर होती है। इन गड्ढों को गोबर की खाद और मिट्टी को मिलाकर भरा जाता है।

सिंचाई और कटाई

सीताफल के पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। गर्मियों के मौसम में इसके पौधों को हफ्ते में एक बार पानी देना होता है। सर्दियों के मौसम में इसके पौधों को 2 हफ्ते में एक बार पानी दिया जाता है। जब सीताफल के पौधों में फूल आने लगते हैं, तो 6 से 7 महीने के अंदर सीताफल पकना शुरू हो जाता है। सीताफल का रंग भूरा होने लगे तो उन्हें तोड़ लेना चाहिए।

1 पेड़ से 130 किलो उत्पादन

सीताफल की खेती करने वाले किसान एक पेड़ से साल में 130 किलो तक फल प्राप्त कर सकते हैं। एक एकड़ में 300 से ज्यादा सीताफल के पेड़ लगाए जा सकते हैं। एक एकड़ खेत से 20 टन तक सीताफल की पैदावार प्राप्त की जा सकती है। बाजारों में सीताफल की कीमत लगभग 40 से 50 रुपये प्रति किलो है। इस तरह एक बार की पैदावार से किसान आसानी से 7 से 8 लाख रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं।