Share Market में दिखी भारी गिरावट! एक्सपर्ट्स से जाने निवेश का सही समय? , Share Market में मंगलवार को इलेक्शन नतीजों (Election Nitijon) के ऐलान के बाद भारी गिरावट आई। चुनाव पूर्व सर्वेक्षण (Chunav Purv Sarveक्षण) के अनुमानों के उलट आए नतीजों ने बाजार में हलचल मचा दी और सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 4389 अंक और निफ्टी 1379 अंक लुढ़ककर क्रमश: 72079 और 21884 के स्तर पर बंद हुआ। अब सवाल उठता है कि इतनी गिरावट के बाद क्या बाजार में निवेश का सही समय है?
Share Market: जानकारों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की आर्थिक विकास दर (Arthik Vikas Dar) दुनिया में सबसे तेज है। अगर बाजार में स्थिरता आती है तो बाजार में मजबूत वापसी हो सकती है। ऐसे में निवेशकों के पास सस्ते दामों में अच्छे शेयर खरीदने का मौका है। वे लंबी अवधि के लिए इनमें निवेश कर सकते हैं। फिलहाल उन्हें बाजार के स्थिर होने का इंतजार करना चाहिए।
Share Market: किन शेयरों में गिरावट
मंगलवार की गिरावट का सबसे ज्यादा असर सरकारी कंपनियों (PSU) और बैंकों के शेयरों पर पड़ा। इनमें 20 से 23 फीसदी तक की गिरावट आई। इसके साथ ही अडानी ग्रुप कंपनियों के शेयरों में भी 21 फीसदी तक की कमजोरी दर्ज की गई। शेयर बाजार में इस उलटफेर के चलते निवेशकों को 31 लाख करोड़ रुपये का भारी नुकसान उठाना पड़ा।
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Share Market: एक दिन पहले हुई थी खरीदारी
गौरतलब है कि ज्यादातर चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में एनडीए गठबंधन (NDA Gathbandhan) को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया था। इससे उत्साहित होकर निवेशकों ने सोमवार को घरेलू शेयर बाजारों में जमकर खरीदारी की थी, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्चतम शिखर पर पहुंच गए थे। सेंसेक्स में 2500 अंक और निफ्टी में 733 अंक की उछाल दर्ज की गई थी, लेकिन मंगलवार को आए अप्रत्याशित चुनाव नतीजों ने निवेशकों में डर पैदा कर दिया, जिसके चलते भारी बिकवाली देखने को मिली।
सरकारी शेयरों की हुई बुरी ख़बर
सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल PSU और बैंक शेयरों की भी खूब खबर ली गई। REC लिमिटेड में 24 फीसदी और PFC के शेयरों में 21 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। NTPC में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा में 16 फीसदी और SBI में करीब 14 फीसदी की गिरावट आई।
बाजार पूंजीकरण में तेज गिरावट
सेंसेक्स की बड़ी कंपनियों में बिकवाली का असर छोटी और मझोली कंपनियों पर भी पड़ा। BSE का मिडकैप 8.07 फीसदी की गिरावट के साथ 40788.10 अंक और स्मॉलकैप 6.79 फीसदी की गिरावट के साथ 44958.48 अंक पर बंद हुआ।