Kheti kisani: शख्स ने तरबूज की खेती में गाड़े झंडे, मेहनत कर कमा रहा लाखो रूपए, जाने पूरी जानकारी…

By Alok Gaykwad

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Kheti kisani: शख्स ने तरबूज की खेती में गाड़े झंडे, मेहनत कर कमा रहा लाखो रूपए, जाने पूरी जानकारी…प्याज के बाद सीकर जिले में सबसे ज्यादा तरबूज की खेती होती है. सीकर का मीठा तरबूज अब किसानों की जिंदगी में भी मिठास घोल रहा है. “खेती किसानी” में हम आपको ऐसे ही एक किसान के बारे में बताएंगे, जिन्होंने B.Com M.Sc करने के बाद आधुनिक खेती का रास्ता चुना और आज ये किसान तरबूज की खेती करके लाखों रुपये कमा रहे हैं.

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बी.कॉम एम.एससी लेकिन खेती बनी सहारा

सीकर जिले के दादौर तहसील के बास गांव के रहने वाले 24 साल के युवा किसान बलवीर यादव 40 बीघा जमीन पर आधुनिक खेती करते हैं. बलवीर यादव ने B.Com M.Sc की पढ़ाई की और सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए शहर गए थे, लेकिन सफलता नहीं मिली, जिसके बाद वो वापस अपने गांव लौट आए. बलवीर यादव ने शुरुआत में पारंपरिक खेती की. करीब एक साल तक पारंपरिक खेती करने के बाद उन्होंने आधुनिक खेती का रास्ता अपनाया.

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अब आधुनिक खेती के साथ-साथ उन्होंने गांव में ही एक पीड़ामार दुकान भी खोल ली है. बलवीर यादव ने बताया कि वो समय-समय पर किसानों को आधुनिक खेती और पीड़ामारों की जानकारी देते रहते हैं ताकि किसान तरक्की कर सकें.

10 बीघा में पीले तरबूज की खेती

युवा किसान बलवीर यादव ने बताया कि हर साल वो 10 बीघा जमीन में पीले तरबूज की खेती करते हैं. इसके अलावा ढाई बीघा जमीन में प्याज और बाकी बची जमीन पर सरसों, चना, गेहूं जैसी सब्जियों और अन्य फसलों की खेती करते हैं. तरबूज और अन्य फसलों की खेती करके बलवीर यादव एक सीजन में 15 लाख रुपये से भी ज्यादा कमा रहे हैं.

70 हजार रुपये किलो बीज!

किसान बलवीर यादव ने बताया कि वो अपने खेत में पीले ताइवानी, काले और धारीदार तरबूज की खेती करते हैं. पीले ताइवानी बीजों की कीमत 70 हजार रुपये से 1 लाख रुपये प्रति किलो तक होती है. एक बीघा में 100 से 150 ग्राम बीज डाले जाते हैं. बीज महंगे होने के कारण ज्यादातर किसान तरबूज की खेती नहीं करते.

अनानास जैसा स्वाद!

बलवीर यादव ने बताया कि पीले तरबूज में लाल तरबूज के स्वाद के साथ-साथ अनानास जैसा स्वाद भी होता है. पीले तरबूज में लाल तरबूज की तुलना में ज्यादा पानी होता है. अगर कोई खा नहीं पा रहा है तो तरबूज खाकर अपना पेट भर सकता है. इसे ताइवानी तरबूज कहा जाता है, बाकी तरबूज अंदर से लाल निकलते हैं लेकिन ये अंदर से पीले रंग का होता है. एक तरबूज का वजन 4 किलो से 15 किलो तक होता है.