Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार महिलाओं के लिए सफल जीवन के सूत्र है यह बाते, जानिए

By charpesuraj5@gmail.com

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Chanakya Niti: चाणक्य नीति दुनियाभर में प्रसिद्ध है. उन्हें अर्थशास्त्र का पितामह माना जाता है. चाणक्य को विष्णुगुप्त और कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है. कुशल राजा के रूप में राज्य को कुशलतापूर्वक चलाने और राजनीति की गहरी समझ रखने में चाणक्य का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है. उन्होंने ऐसी कई बातें बताई हैं, जिनको अपनाकर इंसान सफलता के रास्ते खोज सकता है. चाणक्य ने महिलाओं के लिए भी कुछ ऐसी ही बातें कही हैं. इन्हें उन्होंने अपने नीति शास्त्र में वर्णित किया है. आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि चाणक्य ने महिलाओं के लिए क्या महत्वपूर्ण बातें बताई हैं.

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1. बचत करना (Saving Money)

चाणक्य नीति के अनुसार, जो महिला धन की बचत करना जानती है, अगर उसके परिवार पर कभी अचानक कोई विपत्ति आ भी जाए, तो कोई बड़ी हानि नहीं होती. वहीँ अगर महिला धन की बर्बादी करती है, तो मुश्किल समय में परिवार परेशानी में पड़ सकता है.

2. मृदुभाषी होना (Being Soft-Spoken)

चाणक्य के अनुसार जिस व्यक्ति की पत्नी मीठी वाणी बोलती है, वह सौभाग्यशाली होता है. क्योंकि ऐसी स्त्रियां जहां भी रहती हैं, वहां उनके संबंध सभी के साथ अच्छे रहते हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है. हर कोई उनकी प्रशंसा करता है. इसलिए स्त्री की वाणी में मधुरता होनी चाहिए.

3. कमाई का खुलासा ना करना (Not Disclosing Earnings)

चाणक्य नीति के अनुसार पति को अपनी कमाई के बारे में पत्नी को नहीं बताना चाहिए. अगर उसे आपकी आमदनी का पता चल जाता है, तो वह इस पर अधिकार जताते हुए आपके सभी खर्चों को रोकने का प्रयास करेगी.

4. अत्यधिक क्रोध (Excessive Anger)

कुछ महिलाएं स्वभाव से ही क्रोधी होती हैं. ऐसी महिलाएं अपने पति से हमेशा असंतुष्ट रहती हैं. छोटी-छोटी बातों पर भी झगड़ा करना शुरू कर देती हैं. जिसके कारण रिश्ते में दरार आने लगती है.

5. विश्वासघात (Betrayal)

स्त्रियां अपने पति पर आंख बंद करके भरोसा करती हैं. अगर उनका ये भरोसा टूट जाता है, तो वे दोबारा भरोसा नहीं कर पातीं. उनके मन में हर बार पति के बारे में सवाल आते रहते हैं, जिससे रिश्ते में शक पैदा होने लगता है.

6. दुष्ट स्त्री (Evil Woman)

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में एक दुष्ट स्त्री रहती है, वहां का गृहस्वामी मृतक के समान हो जाता है. ऐसी स्त्री कभी भी सुधार नहीं कर सकती. और घर में कलह का कारण बनती है. ऐसी स्त्री के स्वभाव के कारण पति भीतर से परेशान रहता है.

7. कलहकारी स्त्री (Quarrelsome Woman)

चाणक्य के अनुसार ऐसी स्त्रियों से कभी भी दोस्ती नहीं रखनी चाहिए जो कलहकारी होती हैं. ऐसी स्त्रियों को दूसरों का अपमान करने में ही मजा आता है. ऐसी स्त्रियों के साथ रहना या उनका साथ रखना अपने विनाश को दावत देना है.