Mahogany Tree Farming: पैसे वाले पेड़ कहलाता है ये महोगनी, किसान ने खेती कर कमाया तगड़ा मुनाफा, जाने पूरी जानकारी, मेहनत का फल मीठा होता है: राजस्थान में बंजर जमीन पर ‘पैसे वाला पेड़’ उगाने वाले किसान की कहानी, कहते हैं सच्चे दिल से कोई भी काम किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है. राजस्थान के टांणला गांव के रहने वाले किसान लिखमाराम मेघवाल ने भी कुछ ऐसा ही किया. बारिश की कमी से सूखाग्र की समस्या से जूझते राजस्थान में उन्होंने बंजर जमीन पर ‘पैसे वाला पेड़’ लगाकर एक मिसाल कायम की है. यह पेड़ है महोगनी, जिसकी खेती करके कई किसान करोड़ों रुपये कमा रहे हैं.
यह भी पढ़े : – Hing ki kheti: हींग की खेती किसानो के लिए मुनाफे का सौदा, जाने पूरी जानकारी…
लॉकडाउन में आया खेती का दिमाग
लॉकडाउन के दौरान कई लोग घर बैठे बेरोजगार थे. तभी बेरोजगारी के दौर में मेघवाल ने जैविक खेती के बारे में रिसर्च करना शुरू किया. जानकारी जुटाने के बाद उन्होंने महोगनी का पेड़ लगाने का फैसला किया. मगर राजस्थान की बंजर जमीन में ये आसान नहीं था.
यह भी पढ़े : – चंदन की खेती देंगी करोड़ो का मुनाफा, जाने पूरी जानकारी…
यूट्यूब से मिली राह
सबसे पहले मेघवाल ने यूट्यूब से महोगनी की खेती करने का तरीका सीखा. इसके बाद इसकी देखभाल करने जैसी बारीकियों के बारे में भी जानकारी हासिल की. पूरे रिसर्च के बाद उन्होंने अपने खेत में 100 महोगनी के पेड़ लगाए. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, 90 पेड़ खराब हो गए और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा.
हार नहीं मानी, मिली सफलता
लेकिन मेघवाल ने हार नहीं मानी. उन्होंने कृषि विशेषज्ञों से जानकारी ली और रिसर्च के आधार पर बचे हुए दस पेड़ों की अच्छी तरह से देखभाल की. अभी ये पेड़ तीन साल के हो चुके हैं. एक महोगनी के पेड़ को ठीक से तैयार होने में करीब 12 साल का वक्त लगता है. इसके बाद भी मेघवाल ने अपने खेतों में और पेड़ लगाए जिन्हें वो अभी बड़ा कर रहे हैं.
क्यों कहलाता है ‘पैसे वाला पेड़’
महोगनी के पेड़ की लकड़ी से राइफल, फर्नीचर, नाव, सजावटी सामान, प्लाईवुड, मूर्तियां आदि कई महंगी चीजें बनाई जाती हैं. ये लकड़ी जल्दी खराब नहीं होती है, इसलिए इसकी डिमांड और दाम दोनों ही ज्यादा रहते हैं. इसकी खेती के लिए ज्यादा पानी और बहुत ज्यादा देखरेख की जरूरत नहीं होती है, लेकिन इसके जरिए अच्छी खासी कमाई की जा सकती है. आजकल कई किसान महोगनी की खेती करके करोड़ों कमा रहे हैं.