अब DAP के लिए नहीं उठाना पड़ेगा 50 Kg का भार, बोतल में मिलेगा DAP, किसानो के लिए बड़ी खुशखबरी, देश के किसानों के लिए एक नई खुशखबरी सामने आई है. अब नैनो यूरिया की तर्ज पर किसानों को नैनो डीएपी भी बोतल में मिलेगी. नैनो यूरिया के बाद भारत सरकार ने अब नैनो डीएपी को भी मंजूरी दे दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदीके आत्मनिर्भर भारत के विजन के तहत इस उपलब्धि से किसानों को बहुत फायदा होगा।
डॉ. मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर कहा कि ‘उर्वरक में आत्मनिर्भरता की तरफ एक ओर बड़ी उपलब्धि! भारत सरकार ने नैनो यूरिया के बाद अब नैनो DAP को भी मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन आत्मनिर्भर भारत के तहत, यह सफलता किसानों को अत्यधिक लाभ देने वाली है।
50 kg DAP की बोरी की जगह बोतल में मिलेगा DAP
अब एक बैग DAP भी, एक बोतल DAP के रूप में मिलेगा.’ डॉ. मनसुख मंडाविया ने नैनो डीएपी को भारतीय उर्वरक और कृषि क्षेत्र के लिए एक और बड़ी छलांग बताया है. उन्होंने कहा कि नैनो डीएपी हमारे किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा और पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मानिर्भर भारत के विजन को पूरा करने में मदद करेगा।
यूरिया के बाद देश की सबसे ज्यादा खपत वाली खाद DAP
केंद्र सरकार ने सहकारी संस्था इफको (IFFCO) के बनाए नैनो डाई-अमोनिया फॉस्फेट को फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर में शामिल किया है. जिससे इसके किसानों के लिए जल्द ही कॉमर्शियल रिलीज का रास्ता साफ हो गया है. यूरिया के बाद डीएपी देश में दूसरी सबसे ज्यादा खपत वाली खाद है।
जानिए DAP की खपत के बारे में
इसकी लगभग 10-12.5 मिलियन टन की सालाना खपत में से देश में उत्पादन केवल लगभग 4-5 मिलियन टन है. बाकी DAP का आयात किया जाता है. नैनो डीएपी से खाद पर सब्सिडी को घटाने में भी मदद मिलने की उम्मीद है. गौरतलब है कि फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर वो मूल कानून है, जो भारत में खादों की बिक्री, मूल्य निर्धारण, वितरण और अन्य औपचारिकताओं को कंट्रोल करता है।