मक्के की फसल को बचाएं फौजी कीट से, तो करे ये रामबाण इलाज, देखे पूरी जानकारी…

By Alok Gaykwad

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Makkke ki kheti: मक्के की फसल को बचाएं फौजी कीट से, तो करे ये रामबाण इलाज, देखे पूरी जानकारी, दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं, पूरे भारत में मक्के की खेती की जाती है. लेकिन मक्के की फसल में कई तरह के रोग लग जाते हैं, जो तेजी से फैलते हैं. इनमें से सबसे खतरनाक है फौजी कीट, जिसे सुंडी के नाम से भी जाना जाता है. यह विदेशी कीट है, जो साल 2018 में अमेरिका से भारत आया था.

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पहली बार कर्नाटक के किसानों ने इसको देखा था. तब से धीरे-धीरे यह पूरे भारत में फैल चुका है. यह कीट मक्के की फसल को 100% तक नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए इसकी रोकथाम बहुत जरूरी है.

इस आर्टिकल में हम फौजी कीट की पहचान करने के तरीकों और बचाव के उपायों के बारे में जानेंगे.

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फौजी कीट की पहचान कैसे करें?

फौजी कीट एक सुंडी जैसा दिखने वाला कीट होता है. इसका रंग फीका पीला होता है और इस पर छोटे-छोटे धब्बे होते हैं. यह ऊपर के पत्तों को खाकर नष्ट कर देता है और साथ ही साथ पत्तियों को काटकर काफी नुकसान पहुंचाता है. मक्के के पौधे पर इस कीट के 5 से 6 चरण देखे जा सकते हैं. आखिरी चरण में इसका नियंत्रण करना बहुत मुश्किल होता है. इसलिए तीसरे या चौथे चरण में ही इसका नियंत्रण कर लेना चाहिए.

आइये फौजी कीट की पहचान के बारे में विस्तार से जानते हैं:

  • पहला और दूसरा चरण: पौधे पर लंबे और सफेद धब्बे दिखाई देते हैं. इसके बाद पौधे पर छोटे-छोटे छेद भी बनने लगते हैं.
  • तीसरा और चौथा चरण: इस चरण में आपको पत्ते फटे हुए दिखाई देंगे.
  • पाँचवाँ और छठा चरण: इस चरण में आपको पत्तों पर या भुट्टे के आसपास इस कीट का मल बड़ी मात्रा में दिखाई देगा. साथ ही यह कीट भुट्टे के अंदर या पौधे के अंदर चला जाता है. जिससे इसका नियंत्रण करना बहुत मुश्किल हो जाता है. यह इसका आखिरी चरण होता है.

फौजी कीट से बचाव के उपाय

इस कीट से बचाव के लिए तीसरे से चौथे चरण में ही इसका नियंत्रण कर लेना चाहिए. ताकि आपकी फसल को कम से कम नुकसान हो. वैसे तो जैसे ही इसके शुरुआती लक्षण दिखाई दें, आपको तुरंत स्प्रे कर देना चाहिए.

मक्के की फसल में फौजी कीट से बचाव के लिए चार मुख्य कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जा सकता है:

  • प्रोक्लेम (Emamectin Benzoate 5% SG) 100 ग्राम प्रति एकड़
  • सिजेन्टा एम्प्लीगो (Chlorantranilprole (10%) + Lambdacyhalothrin (5%)) 100 मिलीलीटर प्रति एकड़
  • कोरोज़ोन (Chlorantraniliprole 18.5% w/w) 60 मिलीलीटर प्रति एकड़
  • लारविन (Thiodicarb 75% WP) 300 ग्राम प्रति एकड़

इनमें से जो भी कीटनाशक आपको आसानी से उपलब्ध हो, उसका इस्तेमाल कर सकते हैं. सभी से आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे.