Lionel Messi Mother :- बेटे को विश्व विजेता बनते देख मां नहीं कर पाई भावनाओं पर काबू ,इस मोमेंट को देखकर फैन्स हुए भावुक। पूरी दुनिया और फुटबॉल के लिए एक ऐसी मिसाल बन जाएगा, जिसकी प्रतिभा के आगे दुनिया नतमस्तक होगी। ये नाम था लियोनल मेसी। जी हाँ, गरीब परिवार में जन्मा ये लड़का आज न सिर्फ फुटबॉल बल्कि पूरे खेल जगत के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक है। और अब इस खिलाड़ी ने अर्जेंटीना को वर्ल्ड को जिताने में अहम भूमिका निभाई है। मेसी का ये आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच था। वह संन्यास लेने वाले हैं और ये संन्यास वर्ल्ड कप की ट्रॉफी के साथ हो रहा है।
मां के गले लग कर बच्चों की तरह रोने लगे लियोनल मेसी
जीत के बाद लियोनल मेसी काफी ज्यादा खुश हो गए और उनका पूरा परिवार भी काफी ज्यादा खुश हो गया। इस जीत के बाद उनकी मां की आंख भर आया और वह भी अपने मां के गले लग कर बच्चों की तरह रोने लगे। जीत के बाद मेसी की मां ने उन्हें गले लगाया।

मेसी आज फुटबॉल की दुनिया के बेताज बादशाह है, उसके पीछे उनकी मां का भी अहम किरदार रहा है। जैसे ही मां ने उन्हें गले लगाया वह बच्चों की तरह रोने लगे और। मां और बेटे के इस मोमेंट को देखकर फैन्स भी काफी भावुक नजर आए हैं।
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लियोनल मेसी ने जीता ‘गोल्डन बॉल’ (Golden Ball) का खिताब
अंतर्राष्ट्रीय मैच में फाइनल जीत के बाद भले ही दिग्गज मेसी को ‘गोल्डन बूट ’ ‘Golden Boot’ का खिताब नहीं मिला लेकिन ‘गोल्डन बॉल’ (Golden Ball) का खिताब जीतने में सफल हो गए। बता दें कि ‘गोल्डन बॉल’ (Golden Ball) उस खिलाड़ी को मिलती है, जिसने टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का कमाल किया हो।

मेसी ने इस पूरे टूर्नामेंट में कमाल करते हुए 7 गोल किए और कई मौके पर साथी खिलाड़ी के लिए गोल बनाकर दिया। मेसी के रिटायर्मेंट के ऐलान से लोग बेहद भावुक हो गये. और साथी खिलाड़ी मेसी को लिपटकर खूब रोये। कोच भी रोये ये बेहद भावुक पल था।
लियोनल मेसी ने 2005 में अपना डेब्यू मैच खेला गिनीज बुक में लिखा नाम

लियोनल मेसी ने कुछ साल बार्सिलोना के लिए खेलने के बाद 2005 में अपना डेब्यू मैच खेला था। अर्जेंटीना और पूरी दुनिया के लिए वह फुटबॉल जैसे खेल की धड़कन बनने में भी उन्होंने देर नहीं लगाई। 2012 में मेसी ने एक साल के अन्दर 91 गोल किये थे। एक साल में इससे पहले किसी भी खिलाड़ी ने अन्तराष्ट्रीय स्तर पर इतने गोल नहीं किये थे मेसी का नाम इस उपलब्धि के लिए गिनीज बुक में नाम लिखा गया।