Lehsunia Ratan: किसे पहनना चाहिए लहसुनिया रत्न और क्या होते है इसके फायदे जानिए

By charpesuraj4@gmail.com

Published on:

Follow Us

Lehsunia Ratan: ज्योतिष रत्न शास्त्र में कुल 9 रत्नों और 84 उपरत्नों का वर्णन मिलता है. हर रत्न का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है. इन रत्नों को धारण करने से कुंडली में मौजूद ग्रहों को मजबूत किया जा सकता है. इसी क्रम में आज हम आपको लहसुनिया रत्न (Cats Eye) के बारे में बताने जा रहे हैं. यह रत्न रहस्यमयी ग्रह केतु से जुड़ा हुआ है. आइए जानते हैं कि लहसुनिया रत्न किन्हें पहनना चाहिए, धारण करने के नियम क्या हैं, इसके फायदे और नुकसान क्या होते हैं?

यह भी पढ़े- Chanakya Niti: जीवन में होना है सफल तो गाठ बांध ले आचार्य चाणक्य की बाते, जानिए

लहसुनिया रत्न धारण करने के फायदे

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों की कुंडली में केतु ग्रह कमजोर है, उनके लिए लहसुनिया रत्न धारण करना लाभदायक माना जाता है.
  • लहसुनिया रत्न उन लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है, जो शेयर बाजार, निवेश आदि से जुड़े हुए हैं.
  • व्यापार में तरक्की और कमाई के लिए लहसुनिया रत्न धारण करना शुभ माना जाता है.
  • लहसुनिया रत्न आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में बहुत सहायक माना जाता है.
  • लहसुनिया रत्न धारण करने से धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ती है.

किन राशियों को पहनना चाहिए लहसुनिया रत्न?

  • ज्योतिष अनुसार, मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए लहसुनिया रत्न धारण करना शुभ होता है. वहीं, कन्या, वृषभ, मिथुन और तुला राशि के जातक भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं. लेकिन, किसी भी रत्न को धारण करने से पहले विद्वान ज्योतिषी से सलाह लेना बहुत जरूरी होता है, अन्यथा अशुभ फल भी मिल सकते हैं.

किन्हें नहीं पहनना चाहिए लहसुनिया रत्न?

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष, सिंह, धनु और मीन राशि के जातकों को लहसुनिया रत्न धारण करने से बचना चाहिए. इसके अलावा, जिन जातकों पर काल सर्प दोष है या दिल कमजोर है, उन्हें भी इस रत्न को धारण करने से बचना चाहिए.

लहसुनिया रत्न धारण करने के नियम

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लहसुनिया रत्न कम से कम 6 से 7 रत्ती का ही धारण करना चाहिए.
  • लहसुनिया रत्न धारण करने के लिए विशाखा नक्षत्र और मंगलवार का दिन शुभ माना जाता है.
  • रत्न को धारण करने से पहले गाय के दूध और गंगाजल से शुद्धिकरण जरूर कर लें.
  • लहसुनिया रत्न को चांदी की अंगूठी में धारण करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं.