कपास की खेती में बनना है सिकंदर तो ये तरीके से कपास को पानी, होगा बम्फर उत्पादन…

By Alok Gaykwad

Published on:

Follow Us

कपास की खेती में बनना है सिकंदर तो ये तरीके से कपास को पानी, होगा बम्फर उत्पादन…कपास की सिंचाई का तरीका सीधे तौर पर इसकी पैदावार को प्रभावित करता है. सिंचाई का तरीका आपकी मिट्टी के प्रकार पर निर्भर करता है. सही समय पर पानी देने से भी फर्क पड़ता है. मिट्टी, हवा और पानी तीनों मिलकर आपके खेत की पैदावार तय करते हैं.

यह भी पढ़े : – महिंद्रा मोटर्स की ये धाकड़ गाड़ी की हो रही रिकॉर्ड तोड़ बुकिंग, सुनरूफ़ वाले फीचर्स देख दीवाने हुए लोग…

कपास को सिंचाई का सही समय

कपास की बुवाई हमेशा अच्छी तरह तैयार मिट्टी में और खरपतवार साफ करने के बाद ही करनी चाहिए. इससे आपका कपास अच्छा बढ़ता है और जल्दी सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती. कपास की सिंचाई आम तौर पर 4 से 5 बार की जाती है. आइए अब विस्तार से जानें कि कब सिंचाई करनी चाहिए.

यह भी पढ़े : – सस्ते में अपने घर के आँगन में खड़ी करे ये Maruti की महारानी कार, जानिए ये बेहतरीन डील

पहली सिंचाई: कपास की पहली सिंचाई बुवाई के 40 से 45 दिन बाद करनी चाहिए. अगर आपकी मिट्टी मध्यम या हल्की है, तो 40वें दिन पानी लगाएं. वहीं, अगर मिट्टी भारी है, तो 45वें दिन सिंचाई कर सकते हैं.

दूसरी सिंचाई: कपास की दूसरी सिंचाई 75 से 80 दिन बाद करनी चाहिए. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने किस तरह की मिट्टी में बुवाई की है.

तीसरी सिंचाई: कपास की तीसरी सिंचाई 100 से 105 दिन बाद करनी चाहिए.

चौथी सिंचाई: और आखिरी सिंचाई: कपास को चौथी और आखिरी सिंचाई 125 से 130 दिन बाद करनी चाहिए. इसके बाद आम तौर पर सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती.