Kedarnath dham: केदारनाथ धाम में ढोल बजाने पर लगा प्रतिबन्ध, शृद्धालु जान ले यह खास नया नियम नहीं तो होगी कार्यवाही

By abarskar18@gmail.com

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Kedarnath dham: केदारनाथ धाम में ढोल बजाने पर लगा प्रतिबन्ध, शृद्धालु जान ले यह खास नया नियम नहीं तो होगी कार्यवाही

Kedarnath dham: उज्जैन के युवा कलाकारों को बिना अनुमति के केदारनाथ धाम में ढोल बजाना मुश्किल हो गया है. तीर्थ पुरोहित ने इन युवकों को फटकार लगाई और उन्हें दोबारा ढोल न बजाने की चेतावनी भी दी. तीर्थ पुरोहित ने यहां तक कहा कि अगर डीएम को भी इजाजत है तो केदार सभा की इजाजत लेना जरूरी है. जिस दिन से केदारनाथ धाम के कपाट खुले हैं, दूसरे राज्यों से कलाकार ढोल-ढमाकों और मंजीरों के साथ धाम पहुंच रहे हैं. इससे पहले महाराष्ट्र के कलाकारों ने लंबे समय तक ढोल, ढमाकों और मंजीरों के साथ डांस किया. इसके बाद से कई युवा कलाकार हर दिन धाम में ढोल और ढमाके बजा रहे हैं, जिससे काफी शोर हो रहा है. जब धाम में ढोल बजने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो कई लोगों ने धाम में इस तरह के शोर का विरोध किया.

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तीर्थ पुरोहित अंकित सेमवाल युवाओं द्वारा ढोल बजाकर वीडियो बनाने पर भड़क गए और उन्हें जमकर फटकार लगाई. उन्होंने यहां तक कि एक ढोल वाले से ढोल छीन लिया और फेंक दिया. सेमवाल ने कहा कि धाम परिसर में ढोल बिल्कुल नहीं बजाना चाहिए. यहां सिर्फ मंदिर का ढोल बजेगा. इसके अलावा कोई भी शोर नहीं होना चाहिए. उन्होंने इन युवाओं से यह भी पूछा कि क्या उन्हें ढोल बजाने की अनुमति है या नहीं, अगर है तो उन्हें दिखाएं. हालांकि, ये लोग ऐसी कोई अनुमति नहीं दिखा सके. इस पर सेमवाल ने साफ कहा कि अगर जिलाधिकारी भी इजाजत दे देते हैं तो यहां ढोल बजाने के लिए केदार सभा की इजाजत जरूरी होगी.

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फेक न्यूज फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई

इस बीच, उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूरी ने चारधाम यात्रा के बारे में गलत प्रचार फैलाने और यात्रा के संबंध में फेक न्यूज बनाकर वीडियो बनाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव ने कहा है कि यात्रा को फर्जी खबरों या वीडियो के जरिए बदनाम करने वाले ऐसे तत्वों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएगी. अगर यात्रा मार्ग पर बिना रजिस्ट्रेशन, ट्रिप कार्ड या पोस्टडेटेड रजिस्ट्रेशन के बसें और ट्रेनें चल रही हैं, तो इन बसों को यात्रा मार्ग से ही वापस भेजने के निर्देश दिए गए हैं. इस संबंध में मुख्य सचिव ने अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को भी पत्र भेजने के लिए कहा है.