Gupt Navratri: गुप्त नवरात्रि पर घोड़े पर सवार होकर आ रहीं हैं मां रानी, जानें क्या है इस सवारी का संकेत

By charpesuraj4@gmail.com

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Gupt Navratri: सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, जिसमें एक चैत्र नवरात्रि, दूसरी शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि होती हैं. गुप्त नवरात्रि उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है, जो तंत्र मंत्र की साधना में लीन रहते हैं. इस बार हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि शनिवार, 6 जुलाई से शुरू हो रही है और इसका समापन सोमवार, 15 जुलाई को होगा. गुप्त नवरात्रि 9 दिनों की नहीं होती लेकिन इस बार ये दस दिनों की है. आइए जानते हैं कि इस बार गुप्त नवरात्रि पर मां रानी किस पर सवार होकर आ रहीं हैं और इन 10 दिनों में मां दुर्गा के किन महाविद्याओं की उपासना की जाएगी.

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प्राकृतिक आपदा का भय?

अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्किराम बताते हैं कि इस साल आषाढ़ महीने की गुप्त नवरात्रि 6 जुलाई से शुरू होकर 15 जुलाई को खत्म होगी. इस बार गुप्त नवरात्रि में मां रानी की सवारी घोड़ा है. नवरात्रि में मां दुर्गा की वाहन का विशेष महत्व होता है. शनिवार के अनुसार मां दुर्गा इस बार घोड़े पर सवार होकर पृथ्वी पर आने वाली हैं. ऐसी मान्यता है कि जब मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं, तो प्राकृतिक आपदा की आशंका रहती है.

गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिनमें इस गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की साधना की जाएगी. इन दस महाविद्याओं में मां काली, मां तारा, मां ललिता, मां भुवनेश्वरी, मां त्रिपुर भैरवी, मां चिन्नामास्ता, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी और मां कमला शामिल हैं. इन सभी शक्तियों की उपासना मुख्य रूप से तांत्रिक साधना में की जाती है.

गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की उपासना बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. इसमें ब्रह्मांड के संचालन और उसके रहस्यों को जानना शामिल है. महाविद्याएं सभी जीवों का कल्याण करती हैं. तांत्रिक साधना में इन दस महाविद्याओं को बहुत शक्तिशाली माना जाता है.