Goat Business: बकरीद पर बकरों की धूम, इतने करोड़ रुपये का हुआ बकरों का कारोबार, देखे पूरी डिटेल्स…

By Alok Gaykwad

Published on:

Follow Us

Goat Business: बकरीद पर बकरों की धूम, इतने करोड़ रुपये का हुआ बकरों का कारोबार, देखे पूरी डिटेल्स, बकरीद का पर्व इस साल 17 जून (सोमवार) को मनाया गया था। इस दिन हलाल जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। हमारे देश में ज्यादातर बकरों की ही कुर्बानी दी जाती है। यह पर्व तीन दिनों तक मनाया जाता है जिसमें कुर्बानी भी शामिल है। कुछ निर्धारित मापदंडों के अंतर्गत आने वाले मुसलमान ही बकरों की कुर्बानी देते हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में बकरे बेचे जाते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि बकरी पालने वाले पूरे साल का मुनाफा बकरीद के मौके पर बकरे बेचकर कमा लेते हैं। इस दौरान बाजार के हिसाब से बकरे ऊंची कीमतों पर बिकते हैं।

यह भी पढ़े : – अगर आप भी दे रहे पौधों को बे टाइम पानी तो जान से पौधों को पानी देने का सही समय क्या है…

माहिरों के मुताबिक, इस बार बकरीद पर करीब 30 हजार करोड़ रुपये के बकरे बेचे गए। और यह पैसा सीधे तौर पर बकरी पालने वालों की जेब में गया। बकरी पालने वाले इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस बकरीद पर बकरे बेचने के बाद, बकरी पालने वालों ने अब अगली बकरीद के लिए बकरों को तैयार करना शुरू कर दिया होगा।

यह भी पढ़े : – पूरी तरह सुखी तुलसी भी ये नुष्का अपनाते ही हो जायेगी हरी भरी, जाने पूरी जानकारी…

बकरीद पर दो करोड़ बकरों की बिक्री! (Bakrid Par Do Karod Bakron Ki Bikri!)

स्टार साइंटिफिक बकरी फार्मिंग के निदेशक मोहम्मद राशिद ने किसान तक को बताया कि देश में मुसलमानों की आबादी लगभग 22 से 23 करोड़ के आसपास है। अब अगर हम मान लें कि 10 प्रतिशत मुसलमान या लगभग दो करोड़ लोग बकरों की कुर्बानी देते हैं, तो बकरों की संख्या दो करोड़ हो जाती है। यह सिर्फ बकरों का ही आंकड़ा है। इसमें भेड़ और भैंसे शामिल नहीं हैं। वही मुसलमान बकरी की कुर्बानी देते हैं जिनके पास साढ़े सात तोला सोना या 52 तोला चांदी होता है।

12 से 20 हजार रुपये के बकरों की बाजार में भरमार

बकरी पालक मुबीन खान ने किसान तक को बताया कि हर साल बाजार के हिसाब से 12 हजार से 20 हजार रुपये तक के बकरे बाजार में भरपूर मात्रा में बिकते हैं। इससे भी ज्यादा महंगे, जैसे 25 से 30 हजार, 50 हजार से एक लाख रुपये तक के बकरे भी होते हैं, लेकिन उनकी बिक्री कम होती है। अगर 12 से 20 हजार की रेंज की बात करें, तो इसमें भी 15 से 20 हजार के बीच वाले बकरों की बिक्री ज्यादा होती है।

खूबसूरत और अच्छी नस्ल के बकरों की डिमांड

जिन बकरों की कीमत 30 हजार से 50 हजार के बीच होती है, वो अच्छी नस्ल के होते हैं। क्योंकि अगर बकरा अच्छी नस्ल का होगा तो दिखने में भी सुंदर होगा। और बकरीद के दौरान बेचे जाने वाले बकरों में खूबसूरती को भी देखा जाता है। अब अगर कुल बकरों के कारोबार की बात करें, तो बकरों की औसत कीमत 15 हजार रुपये मानी जाए और दो करोड़ बकरों की कुल कीमत की बात करें तो वो 30 हजार करोड़ रुपये बैठती है। इसके अलावा, भारत से सऊदी अरब को भी बकरों की सप्लाई होती है। इस दौरान पूरी दुनिया से लोग वहां हज करने पहुंचते हैं। ऐसे लोगों को भी वहां एक बकरे की कुर्बानी देनी होती है। इसलिए बकरीद के मौके पर अरब में भी करोड़ों बकरों की डिमांड होती है।