गेंहू की खेती से चमकेगी किसानो की किस्मत, करे गेंहू की इन किस्मो की खेती, जानिए नयी उन्नत किस्मे

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गेंहू की खेती से चमकेगी किसानो की किस्मत, करे गेंहू की इन किस्मो की खेती, जानिए नयी उन्नत किस्मे

गेंहू की खेती से चमकेगी किसानो की किस्मत, करे गेंहू की इन किस्मो की खेती, जानिए नयी उन्नत किस्मे, गेहूं की यह किस्में किसानों को 100 से 150 क्विंटल अधिक पैदावार की ग्यारंटी देती है। आज हम आपको गेहूं की 3 ऐसी वैरायटी बताने वाले हैं जो 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से आपको उत्पादन दे सकती है। यह किस्म हाल ही में तैयार की गई है ।गेहूं की इन किस्म को रोग और कीट लगने का बहुत कम खतरा है। साथ ही यह किस्म जल्दी पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म से भारत के जिन राज्यों में गेहूं की फ़सल उगाई जाती है उन राज्यों में गेहूं उत्पादन बड़ाया जा सकता है।

श्री राम सुपर 111 गेहूं की किस्म

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भारत का हृदय मध्य प्रदेश को कहा जाता जिसमे गेहूं की उन्‍नत किस्‍म श्री राम सुपर 111 गेहूं यह फसल उगाई जाती है, जो की यह गेहूं की फसल लगभग 105 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। श्री राम 111 अगेती एवं पछेती बुवाई के लिए उपयुक्त है। इस variety का दाना कठोर एवं चमकदार होता है। मध्यप्रदेश के किसानों के अनुसार श्री राम सुपर 111 का उत्पादन 22 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से है।

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पूसा तेजस गेंहू की किस्म

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यह जो गेंहू है उसकी सबसे ज्यादा खेती मध्य भारत में ही होती, यह गेहूँ से रोटी और- बेकरी उत्पादों के साथ-साथ नूडल, पूसा पास्ता और मैक्रोनी जैसे उत्पादों को बनाने के लिये सबसे उपयु्क्त रहती है. तेजस गेहूंपूसी तेजस गेहूं का वैज्ञानिक नाम HI-8759 भी है, गेहूं की ये उन्नत प्रजाति आयरन, प्रोटीन, विटामिन-ए और जिंक जैसे पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत है.यह किस्म 2019 से ही खेतो में उगाई जा रही हैं। जबलपुर के कृषि विश्वविद्यालय के प्रयोग में पूसा तेजस गेहू एक हेक्टेयर में 70 क्विंटल उत्पादन के बाद किसानों को यह किस्म दी गई। गेहूं की यह किस्म 110 – 115 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। इस किस्म को सिंचाई की कम जरूरत होती है।

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शरबती गेहूं

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भारत में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाले शरबती गेहूं है, शरबती गेहूं के आते की रोटियां बहुत ही स्वादिष्ट होती है। शरबती गेहूं देश में उपलब्ध गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है. शरबती गेहूं सबसे अधिक एमपी की सीहोर क्षेत्र में उगाई जाती है. इसका मुख्य कारण यहां की काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है जो शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए उपयुक्त है. शरबती गेहूं को “द गोल्डन ग्रेन” के नाम से भी जाना जाता है शरबती गेहूं की प्रमुख किस्में C-306, सुजाता (HI-617) JWS 17, अमर (HW 2004), अमृता (HI 1500), हर्षिता (HI 1531), HD 2987, JW – 3173 आदि लोकप्रिय हैं।

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wheat HD 4728 (Pusa Malawi) गेहू की किस्म

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गेहूं की इस किस्म का भारत के हर राज्य में उगाया जा सकता है, क्योकि यह गेंहू की किस्म किसी भी प्रकार के मिट्टी में अच्छी हो जाती है। HD 4728 गेहूं की यह किस्म 125-130 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है। Wheat एचडी 4728 (पूसा मलावी)का प्रति हेक्टेयर कुल 55 क्विंटल उत्पादन होता है। भूमि की उपजाऊ क्षमता के आधार HD 4728 यह किस्म 3 से 4 बार सिंचाई में पक्कर तैयार हो जाती है। यह भारत में सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली गेहूं की किस्मों में से एक है।