गर्मी की खेती किसानी में करना है तगड़ा उत्पाद तो इस तरह करे जुताई…

By Alok Gaykwad

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गर्मी की खेती किसानी में करना है तगड़ा उत्पाद तो इस तरह करे जुताई…खरीफ सीजन शुरू होने में कुछ ही महीने बाकी हैं. ऐसे में अगर किसान इस बार अच्छी पैदावार लेना चाहते हैं तो गर्मियों में खेत की गहरी जुताई करवा लेनी चाहिए. इससे खेत की निचली मिट्टी ऊपर आ जाती है और ऊपरी मिट्टी नीचे चली जाती है. जिससे किसानों को कई फायदे मिलते हैं. तो आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं गर्मियों में खेत की गहरी जुताई कराने के फायदे.

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गहरी जुताई का सबसे बड़ा फायदा है कीटों से छुटकारा

क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र चियाнки, पलामू के कृषि वैज्ञानिक डॉ. अखिलेश साह ने बताया कि क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में भी गर्मियों के मौसम में खेतों की गहरी जुताई की जाती है. इसके साथ ही किसानों को भी गहरी जुताई और उसके फायदों के बारे में बताया जाता है. खेत की गहरी जुताई करने से कई फायदे मिलते हैं. इसके साथ ही अगली फसल के दौरान खेत में खरपतवार भी नहीं देखने को मिलते हैं.

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गहरी जुताई के फायदे

गर्मियों में गहरी जुताई की जाती है. जिससे नीचे की मिट्टी ऊपर आ जाती है और ऊपरी मिट्टी नीचे चली जाती है. पलामू जिले में भी तापमान ने रिकॉर्ड बनाया है. 45 से 47 डिग्री तापमान के कारण पलामू में भीषण गर्मी पड़ रही है. इस मौसम के कारण जब सूर्य की किरणें सीधे गहरी जुताई वाले खेतों पर पड़ती हैं तो खेतों में खरपतवारों के साथ-साथ हानिकारक कीट भी नष्ट हो जाते हैं. वहीं मिट्टी में हवा का संचार भी बढ़ जाता है. इससे फसल उत्पादन में किसानों को फायदा होता है.

कीट और उनके अंडे नष्ट हो जाते हैं

गर्मियों के मौसम में खेतों की गहरी जुताई इसलिए की जाती है ताकि कीटों का नियंत्रण किया जा सके. क्योंकि इस मौसम में कीट अपने अंडे गहरे में रखते हैं और पहली बारिश होते ही वे विकसित होने लगते हैं. वहीं जुताई करने से नीचे की मिट्टी ऊपर आ जाती है और गर्मी से उनका नाश हो जाता है.

खरपतवार नियंत्रण बेहतर होता है

अगर गर्मियों में खेत की गहरी जुताई कर दी जाए तो बहुत सारे खरपतवार नष्ट हो जाते हैं. क्योंकि उनकी जड़ें गहराई में होती हैं. पानी मिलने पर वे फिर से उगने लगती हैं. ऐसे में गर्मियों में गहरी जुताई करने से उनका खात्मा हो जाता है.

खेत की जल धारण क्षमता बढ़ती है

अगर मानसून से पहले खेत की गहरी जुताई कर दी जाए तो खेतों में पानी जमा रहता है. जो जमीन के अंदर समा जाता है. जिससे जमीन की जल धारण क्षमता भी बढ़ जाती है. इससे भी फसल उत्पादन में फायदा होता है.

गहरी जुताई से खेतों को मिलेगा नाइट्रोजन

अगर गेहूं की कटाई के बाद खेत को ऐसे ही छोड़ दिया जाए तो जमीन सख्त हो जाती है. जिससे खेतों में हवा का संचार ठीक से नहीं हो पाता है. अगर खेत की गहरी जुताई कर दी जाए तो खेतों में हवा का पर्याप्त संचार होता है. इस दौरान हवा के संचार के साथ-साथ धूप के कारण खेतों को भरपूर मात्रा में नाइट्रोजन मिलता है.

फसल की जड़ें होंगी विकसित

किसान खेती के दौरान अनाप-शनाप रासायनिक खादों का इस्तेमाल करते हैं. जो जमीन के नीचे 6 इंच की गहराई में एक परत की तरह जम जाती है. जिससे अगली फसल में जड़ें ठ