खेत खजाना : फसल की बुआई करने से पहले रखे इन बातो का ध्यान नहीं तो उठाना पड़ सकता है नुकसान, जानिए पूरी जानकारी, किसान की अच्छी फसल गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कुछ ऐसे बीज के बारे में चर्चा करेंगे जिससे किसान को अधिक लाभ के साथ अच्छी पैदावार हो.
किसी भी किसान की बात की जाये तो बिजाई के लिए किसान उस बीज में कितना उत्पादन होता है किसान पहले जानते है फिर बीजोपचार करते है कोई किसान बिजाई बीज उपचार किए बिना ही बो देता है ऐसे में किसान की फसल उगने में 12 से 15 दिन में निकलती है और किसान का समय और पैसे दोनों का नुकसान होता है जिससे किसान को घटा होता है इसलिए आपकी जानकारी के लिए बता दे की बीजो का उपचार किस तरह से किया जाता है।
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रोगों से सुरक्षा: किसान बीजो का सही चयन करे तो फसल में रोगजनित एवं मृदाजनित रोगों से सुरक्षित रखा जा सकता है जिससे फसल की पैदावार अधिक होती है जिससे किसान को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता है।
रोगजनित रोगों का नियंत्रण: किसान को सबसे पहले बीजों की बुआई करने से पहले बीजो में छोटे छोटे से कीट होते है जिससे आप बीजों को उपचार करके उन कोटो को साफ किया जा सकता है इन कीटो से फसल को की उपज अच्छे से नहीं हो पाती है।
खेत में बीज की बुआई कैसे करे
सूर्यताप द्वारा बीजोपचार: किसान इस अपने बीजो की बुआई के पहले बीज को धोकर सूखा ले जिससे उसमे कीट मर जायगे जिससे की फसल की पैदावार अधिक होती है।
जैविक बीज उपचार: बीजो के जैविक उपचार के लिए आपको रोगजनकों को नष्ट करने वाले जीवों का उपयोग किया जाता है इसमें मैजूद ट्राइकोडर्मा विरडी, ट्राइकोडर्मा हरजीनियम, और स्यूडोमोनास फ्लोरेंसिस जैसे परजीव शामिल होते हैं। जिससे बीज का उपचार किया जा सकता है।
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रासायनिक विधि से उपचार: किसान अगर रासायनिक विधि से उपचार करे तो इसमें दवाओं के छिड़काव करके फसल को सुरक्षित रख सकते है जिससे किसान की फसल अच्छी होती है।