डायबिटीज वालो के लिए अमृत के सामान है यह मौसमी फल, कई बीमारियों का रामबाण इलाज, आजकल शुगर या डायबिटीज की बीमारी होना आम बात हो गई है , सिर्फ बूढ़े ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोग भी इससे जूझ रहे है। डायबिटीज के साथ जीना कई बार आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. डायबिटीज (Diabetes) शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है. डायबिटीज लेवल को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है. इसके लिए डायबिटीज कंट्रोल करने के नुस्खे (Remedies) अपनाए जा सकते हैं. मधुमेह यानी डायबिटीज डाइट आपके लिए वह सबसे जरूरी काम होगा जिस पर ध्यान देना होगा. लेकिन इस बात का ध्यान रखने की भी जरूरत है कि आप अपने आहार में मौसमी फलों (Seasonal Fruit) को ही शामिल करें. भले ही किसी फल का कितना ही लाभ आपको पता क्यों न हो, आहार में शामिल उसे उसके सीजन में ही करें. तो चलिए हम आपको बताते हैं ऐसे ही एक फल के बारे में जिसका अभी सीजन चल रहा है और जो डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Levels) को कंट्रोल करने में आपकी बहुत मदद कर सकता है.
आजकल बाजार में कई तरह के विशेष मौसमी फल आते हैं. जो अपने अनूठे स्वाद और अनेक फायदे के लिए जाने जाते हैं. न्यूज़ 18 लोकल आपको मॉनसून सीजन में आने वाले एक ऐसे खास फल के बारे में बताने जा रहा है जो बाजारों में केवल 20 दिन या महीने भर तक ही उपलब्ध हो पाता है. इन दिनों यह राजस्थान के करौली के बाजारों में अपनी दो किस्मों के साथ आ रहा है. इसका आकार और नाम दोनों अजीब है. बब्बू गोशा और नग के नाम से बिकने वाला यह फल हालांकि नाशपाती जैसा दिखता है, मगर स्वाद में यह फल नाशपाती से ज्यादा स्वादिष्ट और गुणकारी है. एकदम नर्म और मुंह में जाते ही घुल जाने वाला बबूगोशा आपकी डायबिटीज यानी मधुमेह को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित होता है. बबूगोशा, नाशपाती (nashpati) परिवार का एक फल है. जोकि एक मौसमी फल (monsoon fruits) है.
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सेब की तरह स्वाद वाला फल

फुटकर व्यापारी जुबेर खान का कहना है कि नग नाम का यह फल खाने में मुलायम और अच्छा लगता है. इसको कई लोग बब्बू गोशा भी कहते हैं. उनका कहना है कि शुगर (डायबिटिज) की बीमारी में यह बहुत फायदेमंद होता है. लेकिन बब्बू गोशा को बहुत कम लोग जानते हैं. हालांकि, हर साल महंगा बिकने वाला यह फल सेब से भी ज्यादा फायदेमंद है. उन्होंने बताया कि करौली के बाजार में फिलहाल नग की दो किस्में उपलब्ध हैं. जिसमें पहला हरे रंग का नग सबसे ज्यादा उपलब्ध है और दूसरा लाल रंग का नग जो बहुत कम मात्रा में आता है.
हिमाचल और जम्मू कश्मीर में होती है फसल

बब्बू गोशा के बारे में कहना है कि नग नाम का यह फल हिमाचल और जम्मू कश्मीर में उपजाया जाता है. करौली में यह फल जयपुर की मुहाना मंडी से आ रहा है. नाशपाती जैसा दिखने वाला यह फल स्वाद में उससे एकदम हट कर है. नाशपती खाने में कठोर होता है. लेकिन, नग खाने में बहुत मुलायम होता है. महंगा मिलने के कारण बाजार में इसकी पकड़ कम है. मुश्किल से यह फल 20 दिन ही उपलब्ध हो पाता है. करौली के थोक बाजार में बब्बू गोशा का भाव 70 रुपये किलो है. जबकि, फुटकर में बब्बू गोशा 80 रुपये किलो बिक रहा है.
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औषधीय गुणों से भरपूर यह फल

आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. उमेश शर्मा बताते हैं कि नाशपाती के बजाए यह फल (बब्बू गोशा) शरीर के लिए काफी गुणकारी है. इसमें फाइबर अच्छी मात्रा में मौजूद होता है. यह कब्ज में फायदेमंद है और डाइजेशन को सही बनाए रखता है. इसके अंदर पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं. यह शरीर की शारीरिक कमजोरी को दूर करता है. बाजार में केवल कुछ दिन मिलने वाले बब्बू गोशा या नग फल का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी होता है.