Rose Farming: गन्ने के रस से भी ज्यादा मीठे इस गुलाब की खेती ने चमकाई किसानो की किस्मत, हो रही लाखो की कमाई, जाने कैसे? गुलाब की फार्मिंग पूरे देश में होती है, लेकिन महाराष्ट्र के पुण जिले में किसानों द्वारा उगाए गए डच गुलाब की बात ही अलग है. कहा जाता है कि इस गुलाब का रस गन्ने से भी ज्यादा मीठा होता है. यही वजह है कि डच गुलाब की मांग मार्केट में बढ़ गई है. सामान्य गुलाब के मुकाबले डच गुलाब का रेट भी अधिक होता है.
डच गुलाब की खेती से बदल गई किसानों की किस्मत

डच गुलाब की खेती से कई किसानों की किस्मत बदल गई है. डच गुलाब का सबसे अधिक उपयोग शादी समारोह में मंडप और घर को सजाने में किया जाता है. इसके आलावा किसानों द्वारा उगाए गए डच गुलाब की सप्लाई नीदरलैंड, जापाना और ऑस्ट्रेलिया में जमकर हो रही है. इससे किसानों को लाखों में मुनाफा हो रहा है.
Rose Farming: गन्ने के रस से भी ज्यादा मीठे इस गुलाब की खेती ने चमकाई किसानो की किस्मत, हो रही लाखो की कमाई, जाने कैसे?
केवल पॉलीहाउस में ही की जाती है डच गुलाब की खेती

बता दे कि, डच गुलाब की खेती केवल पॉलीहाउस में ही की जाती है. पालीहाउस के उंदर 32-35 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए. साथ आर्द्रता 65-75% होनी चाहए. इससे डच गुलाब की पैदावार अच्छी होती है. जबकि सर्दी के मौसम में फसल की कटाई करना अच्छा होता है. बता दे इस गुलाब से गुलकंद, गुलाब जल, तेल, सौंदर्य प्रसाधन, साबुन, अगरबत्ती, इत्र, जैम जैली, पेय पदार्थ इत्यादि बनाए जाते हैं।