Chanakya Niti: ये 3 काम पुरुषों-औरतों को हमेशा अलग-अलग करने चाहिए, आचार्य चाणक्य नीति के अनुसार जानिए

By charpesuraj4@gmail.com

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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को एक महान विद्वान माना जाता है. उनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और सफल जीवन के लिए راه (रास्ता) दिखाती हैं. उन्होंने चाणक्य नीति में ऐसी कई बातों का उल्लेख किया है जो आपको सफल बना सकती हैं. उन्हीं में से कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें पुरुषों और महिलाओं को हमेशा अलग-अलग करना चाहिए. इन कार्यों को साथ करने से दिक्कतें आ सकती हैं. तो आइए जानते हैं वे कौन से 3 काम हैं, जिन्हें पुरुषों और महिलाओं को हमेशा अलग-अलग करना चाहिए.

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1. तपस्या हमेशा अलग-अलग करें

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी तरह की तपस्या पुरुषों और महिलाओं को हमेशा अलग-अलग ही करनी चाहिए. साथ में तपस्या करने से मन भटक सकता है. चाणक्य नीति के अनुसार, अगर आप तपस्या से अपना लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं तो पुरुषों और महिलाओं को कभी भी एक साथ तपस्या नहीं करनी चाहिए.

2. अध्ययन अलग-अलग करें

चाणक्य नीति के अनुसार, अगर दो या ज्यादा लोग मिलकर पढ़ाई करते हैं तो ध्यान भटकता है, इसलिए ज्यादा लोग मिलकर कभी नहीं पढ़ना चाहिए. ऐसी स्थिति में, अगर आप अच्छी तरह से पढ़ाई करना चाहते हैं तो पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग बैठकर अध्ययन करना चाहिए.

3. एक-दूसरे के सामने कपड़े न बदलें

चाणक्य नीति के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं को कभी भी एक-दूसरे के सामने कपड़े नहीं बदलने चाहिए. इसके साथ ही आचार्य चाणक्य ने ये भी बताया है कि किसी स्त्री या लड़की को कपड़े बदलते या संभालते समय नहीं देखना चाहिए.

कब साथ करें?

हालांकि, आचार्य चाणक्य ने ये भी कहा है कि हर परिस्थिति में अलग रहना जरूरी नहीं है. उदाहरण के लिए, उन्होंने यह भी कहा है कि जब भी किसी से लड़ाई या झगड़ा हो, तो कभी भी अकेले नहीं जाना चाहिए. किसी भी लड़ाई में जिसकी संख्या ज्यादा होती है, वही जीतता है. इसलिए, जब भी आप किसी से लड़ने जाएं तो अपने साथ अधिक से अधिक लोगों को ले जाएं.