Business idea: मखाना की खेती कर कमा सकते हो तगड़ा मुनाफा, जाने पूरी जानकारी…

By Alok Gaykwad

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Business idea: मखाना की खेती कर कमा सकते हो तगड़ा मुनाफा, जाने पूरी जानकारी, आज हम आपके लिए एक ऐसा बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं जिसकी मांग मार्केट में बहुत ज्यादा है. ये ऐसा प्रोडक्ट है जिसे लोग हर मौसम में, चाहे सर्दी हो, गर्मी हो या बारिश, बड़े चाव से खाते हैं. बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी इसे पसंद करते हैं. यही नहीं, गांवों से लेकर शहरों तक इसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है. जी हां, हम बात कर रहे हैं मखाना की खेती की.

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बिहार में मखाना उत्पादन में सबसे आगे

देशभर में मखाना की खेती सबसे ज्यादा बिहार के कुछ जिलों में की जाती है. बिहार में नीतीश सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मखाना विकास योजना शुरू की है. इस योजना के तहत किसानों को 72,750 रुपये तक का सब्सिडी दिया जाता है. पूरे देश में लगभग 15 हजार हेक्टेयर खेत में मखाना की खेती की जाती है. इसमें से 80-90 फीसदी उत्पादन सिर्फ बिहार में ही होता है.

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कौन से जिलों में मिलता है सब्सिडी

बिहार सरकार मखाना की खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी दे रही है. मखाना न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. इसीलिए इसे सुपरफूड भी कहा जाता है. दुनियाभर में जितना मखाना पैदा होता है, उसका लगभग 80-90 फीसदी हिस्सा सिर्फ भारत में ही होता है. बिहार के 8 जिलों में सबसे ज्यादा मखाना का उत्पादन होता है. इनमें कटिहार, दरभंगा, सुपौल, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, अररिया और पश्चिम चंपारण जिलों के किसानों को सब्सिडी दी जा रही है. ये सभी जिले मिथिला क्षेत्र में आते हैं. एक हेक्टेयर में मखाना की खेती करने में करीब 97,000 रुपये का खर्च आता है. इस पर किसानों को अधिकतम 72,750 रुपये का सब्सिडी दिया जाता है. सब्सिडी पाने के लिए इन 8 जिलों के किसानों को आवेदन करना होगा.

बीजों की चिंता नहीं

मखाना के बीज खरीदने में ज्यादा खर्च नहीं आता है, क्योंकि पिछली फसल से निकले हुए बीजों से ही नए पौधे तैयार हो जाते हैं. इसकी खेती में खासकर लागत लगती है मेहनत पर. यही सबसे बड़ा खर्च होता है. इसमें पानी के ऊपर उग आई फसल को छांटना होता है. फसल के दाने को पहले भूना जाता है. फिर उसे फोड़कर निकाला जाता है. इसके बाद इसे धूप में सुखाया जाता है. तब जाकर के उसकी फसल पूरी तरह से तैयार मानी जाती है. यह काम मेहनत वाला होता है और इतना काम एक-दो किसानों के लिए मुश्किल हो जाता है. इसलिए मजदूरों की मदद लेनी पड़ती है. जिसमें काफी पैसा खर्च हो जाता है. हालांकि, इसकी मार्केट में डिमांड को देखते हुए किसान मखाना बेचकर कई गुना ज्यादा मुनाफा कमा लेते हैं.

कितनी होगी कमाई?

मखाना की खेती तालाब में भी की जा सकती है और साथ ही एक से डेढ़ फीट गहरे खेत में भी. इससे सालाना लगभग 3 से 4 लाख रुपये की कमाई (मखाना का मुनाफा) हो जाती है. सबसे अच्छी बात ये है कि मखाना निकालने के बाद इसकी गांठ और डंठल की भी स्थानीय बाजारों में काफी डिमांड रहती है, जिसे बेचकर किसान अतिरिक्त कमाई कर लेते हैं. अब किसान मछली पालन से ज्यादा कमाई मखाना से कर रहे हैं. कच्चे फल की डिमांड को देखते हुए किसानों को कहीं भटकना नहीं पड़ता है, बल्कि यह आसानी से बाज