समय-सीमा के मामलों में लापरवाही पर लगेगा जुर्माना, काम नहीं तो अटकेगा वेतन

बैतूल कलेक्टर नरेंद्र कुमार सुर्यवंशी ने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर समय-सीमा वाले मामले बिना वजह पेंडिंग मिले, तो संबंधित अफसर पर ₹500 का जुर्माना लगेगा। वहीं, अगर मामला सार्वजनिक सेवा गारंटी अधिनियम से जुड़ा है, तो जुर्माना ₹5000 तक हो सकता है। उन्होंने साफ कहा कि कलेक्टर कार्यालय से जुड़े मामलों में डिप्टी कलेक्टर और जनपद पंचायत मामलों में प्रोजेक्ट ऑफिसर भी जिम्मेदार होंगे।
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CM हेल्पलाइन की शिकायतों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
बैठक में CM हेल्पलाइन की शिकायतों की विभागवार समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि जनस्वास्थ्य यांत्रिकी, जनजातीय कार्य, स्वास्थ्य, जल संसाधन और सामाजिक न्याय विभाग विशेष ध्यान दें और 100% शिकायतें निपटाएं। सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे।
जल संरचनाओं में तेजी लाने के निर्देश
जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा के दौरान उन्होंने अमृत सरोवर, फार्म पॉन्ड, सोक पिट और कुएं के रीचार्ज जैसे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही सभी नगर पालिका अधिकारियों को हरे पानी की कटाई, FRA प्लांट जैसे कार्यों को तेज़ करने के निर्देश दिए। एक कंट्रोल रूम बनाकर मॉनिटरिंग करने को भी कहा गया।
ई-ऑफिस शुरू न करने पर वेतन रुकेगा
कलेक्टर ने सभी विभागों को ई-ऑफिस लागू करने के निर्देश दिए। खासतौर पर आबकारी विभाग को चेताया कि अगर ई-ऑफिस शुरू नहीं हुआ तो ज़िला आबकारी अधिकारी की सैलरी रोक दी जाएगी।
सड़क हादसों के मामलों का जल्द निपटारा
सड़क हादसों के मामलों की समीक्षा करते हुए सभी SDM को निर्देश दिए कि मामलों का जल्द निपटारा करें और ज़रूरत पड़ने पर घायलों को PM एयर एम्बुलेंस से इलाज दिलवाएं।
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जनता से अच्छा व्यवहार जरूरी
कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी आम जनता से अच्छा व्यवहार करें और उनकी शिकायतों को प्राथमिकता से सुलझाएं। सभी सरकारी दफ्तर समय पर खुलें और जनता को बेहतर सेवा मिले।