Best Potato Variety: तीन माह में होगी उत्पादन देगी आलू की ये नई किस्म, जाने पूरी डिटेल्स

By Alok Gaykwad

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Best Potato Variety: तीन माह में होगी उत्पादन देगी आलू की ये नई किस्म, जाने पूरी डिटेल्स। आलू भारतीय घरों में बनने वाली ज्यादातर सब्जियों में शामिल होता है. इसकी खेती देश में बड़े पैमाने पर की जाती है. इसमें उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका है. वहां लाखों किसान आलू की खेती करते हैं और यूपी भारत का एक प्रमुख आलू उत्पादक राज्य है. इतना ही नहीं, यूपी में कुछ खास किस्मों के आलू भी उगाए जाते हैं, जो कम समय में अच्छा उत्पादन देते हैं. यही कारण है कि उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है.

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वैज्ञानिकों ने तैयार की आलू की एक नई किस्म

हालांकि आलू की 70 से अधिक किस्में हैं, लेकिन कुफरी बहार को उनमें से सबसे अच्छी किस्म माना जाता है. देश भर में लाखों किसान इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं आलू की बढ़ती मांग को देखते हुए इसकी खपत में भी काफी इजाफा हुआ है. उत्तर प्रदेश के आलू की बात करें तो यह चिप्स बनाने वाली कंपनियों के बीच काफी लोकप्रिय है. देश की कई कंपनियां सिर्फ उत्तर प्रदेश से ही आलू खरीदती हैं. यहां अच्छे उत्पादन के कारण उनकी मांग भी पूरी हो जाती है.

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तीन महीने में उपलब्ध होगा उत्पादन

साथ ही, आलू की मांग दिनोंदिन बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए हाल ही में आगरा में आयोजित इंटरनेशनल बायर सेलर मीट में आलू की एक नई किस्म पर चर्चा हुई. इस किस्म के आलू आम आलू की तुलना में ज्यादा दामों में बिकते हैं. आलू की इस नई किस्म को हाल ही में विकसित किया गया है, जिसे आलू प्रौद्योगिकी संस्थान, शाहमगढ़ द्वारा विकसित किया गया है, जो सिर्फ तीन महीने में फसल तैयार कर देगा.

जमीन या मिट्टी की जरूरत नहीं होगी

कृषि वैज्ञानिक लगातार आलू की इस नई किस्म पर काम कर रहे हैं. इसे आलू प्रौद्योगिकी संस्थान, शाहमगढ़ ने तैयार किया है. यह किस्म पोषण से भरपूर है और इसमें अच्छी पैदावार की क्षमता है. यह किस्म सिर्फ 60 से 65 दिनों में तैयार हो जाती है. वैज्ञानिक इस समय को और कम करने की कोशिश कर रहे हैं. इसे एरोपॉनिक तकनीक का इस्तेमाल कर उगाया जा सकता है. हालांकि यह फिलहाल बाजार में नहीं है, लेकिन जल्द ही बाजार में उतारा जा सकता है. वैज्ञानिक इस पर लगातार परीक्षण कर रहे हैं. यह किस्म विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के किसानों के लिए विकसित की गई है.