Thursday, March 30, 2023

किसानो के लिए खेती का सुन्दर सुझाव, रेशम की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा, जानिए इसकी खेती की पूरी प्रोसेस

किसानो के लिए खेती का सुन्दर सुझाव, रेशम की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा, खेती में नए नए तरीकों को अपनाया जा रहा है ताकि किसानों की स्थिती को सुधारा जा सके. इसी क्रम में किसानों को रेशम कीट पालन के लिए भी लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है. सरकार का मानना है की रेशम कीट का पालन कर किसान अपनी आय में कई गुना ज्यादा इजाफा कर सकते हैं। चलिए आज हम आपको रेशम कीट के पालन के बारे में बताते है…..

जानिए रेशम की खेती करने की पूरी प्रक्रिया (Know the whole process of cultivating silk)

समय के साथ आज किसान खेती को लेकर जागरुक हो रहे हैं. इस बीच आज देश में बड़े पैमाने पर रेशम की खेती की जा रही है. प्राकृतिक रेशम को कीटों की मदद से तैयार किया जाता है. इसके लिए किसानों को सिल्क वर्म पालने की सलाह दी जाती है.सिल्क वर्म को मल्बरी यानि शहतूत के पेड़ पर उगाया जाता है. इनके पत्तों पर कीट अपने लार से रेशम बनाते हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक एक एकड़ में 500 किलोग्राम रेशम के कीटों की जरूरत पड़ती है।

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सिल्क वर्म की आयु दो से तीन दिन की मानी जाती है. यह रोजाना 200 से 300 अंडा देने की क्षमता रखती है. 10 दिन में अंडे लार्वा निकलता है. लार्वा अपने मुंह से तरल प्रोटीन का स्त्राव करता है। जैसे ही यह प्रोटील हवा के संपर्क में आता है, यह कठोर होकर धागे का रूप ले लेता है. इसे ककून कहते हैं. ककून का उपयोग रेशम बनाने में किया जाता है. गर्म पानी डालने पर ककून पर मौजूद कीट मर जाते हैं. इस ककून को फिर रेशम के रूप में धाला जाता है।

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जानिए रेशम का उपयोग एवं फायदे (Know the use and benefits of silk)

कीड़े द्वारा तैयार किए गए इस धागे का इस्तेमाल साड़ियों को बनाने में किया जाता है. इससे रेशम के दुपट्टे भी बनते हैं. बनाते भारतीय पहनावे में रेशम से तैयार किए गए वस्त्रों का काफी महत्व है. इस धागे की कीमत 2 हजार से लेकर 7 हजार रुपये प्रति किलो है. ऐसे में किसान रेशम के कीटों का पालन कर कम वक्त में ही लाखों का मुनाफा हासिल कर सकता है।

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रेशम कीट पालन की जानकारी के लिए प्रशिक्षण संस्थान (Training institute for information on silkworm rearing)

भारत में केंद्रीय रेशम रिसर्च सेंटर बहरामपुर, मेघालय के केंद्रीय इरी अनुसंधान संस्थान और रांची के केंद्रीय टसर अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान रेशम और उसके कीट को लेकर तमाम रिसर्च होते हैं. किसान भाई इन संस्थानों से संपर्क कर आसानी से बढ़िया मुनाफा हासिल कर सकते हैं।

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