tata मोटर्स भारत की अच्छी कम्पनी है और अग्रणी कार निर्माता कंपनियों में से एक है. कंपनी के लाइनअप में हैचबैक, सेडान और एसयूवी सहित कई तरह के मॉडल हैं. इसके ज्यादातर प्रोडक्ट निर्माण गुणवत्ता के लिए लोकप्रिय हैं. ऐसे कई उदाहरण हैं, जो टाटा की निर्माण गुणवत्ता को बेहतर साबित करते हैं. और भारत की टॉप 10 कम्पनियो में से एक है बहुत से लोग सिर्फ इसी कारण से दूसरों की तुलना में tata की कारों को खरीदना पसंद करते हैं आप और हम अच्छी तरह जानते है की जहा मजबूती की बात आती है तो टाटा मोटर्स की अलग ही पहचान है .
यह भी पढ़िए – Pulsar का धिंगाना मचाने आ रही नयी नवेली Apache RTR, चार्मिंग लुक और दनदनाते 300 सीसी इंजन देख राइडर भी मारेंगे स्टंट
उठानी पड़ी परेशानी 100 KM पे हुई कार ख़राब देखिये क्या हुआ
tata की नई कारों में खराबी की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिसके कारण ग्राहकों को परेशानी उठानी पड़ी है . नई कार में 100-150 KM चलने पर ही अगर कार खराब हो जाए तो ग्राहक का कार से भरोसा उठ जाता है. कुछ ही दिन पहले कंपनी की कार टाटा ईवी के साथ ऐसा ही हुआ था और अब टाटा अल्ट्रोज के एक ग्राहक को ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ा है.
यूट्यूबर ने किया दावा
एक यूट्यूबर ने वीडियो में दावा किया गया कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक करीबी फ्रेंड से नई टाटा अल्ट्रोज खरीदी थी, उसने कार को केवल 110 किमी की दूरी तक ही चलाया था रास्ते में ही कार ख़राब हो गई विडिओ में अल्ट्रोज हैचबैक खरीदने वाले ग्राहक रजनीत सोनी ने बताया कि उन्होंने कार लखनऊ की एक डीलरशिप से खरीदी थी. वह अपने परिवार के साथ कार लेकर घर वापस आगये गए.
चलती कार में नहीं लगा ब्रेक इसपे बोले कम्पनी के मालिक
ग्राहक ने कार अपने घर के नीचे पार्क की और जब अगली सुबह वापस आए तो कार में परेशानी आ एही थी कार जटके दे के चल रही थी . कार का गियर लीवर काम नहीं कर रहा था. पहला, दूसरा और रिवर्स गियर नहीं लग पा रहा था. लीवर फ्री घूम रहा था. उन्होंने डीलरशिप को फोन किया और इस परेशानी के बारे में बताया लेकिन वहां से खराब प्रतिक्रिया मिली. कार के मालिक का कहना है कि डीलरशिप यह कहकर मामले से अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है कि उन्होंने सही कार की डिलीवरी की है, जब कार दी गई थी उसमें कोई परेशानी नहीं थी. या यह कहना है की डीलरशिप ने कार को चैक करके नहीं दिया है विडिओ में साफ दिखाई दे रहा है की गलती किसकी थी