बैंक FD में पैसा लगाने वाले जान ले पहले नुकसान के बारे में, नहीं तो भुगतना पड़ सकता है खामियाजा

By Sumit Barde

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बैंक FD में पैसा लगाने वाले जान ले पहले नुकसान के बारे में, नहीं तो भुगतना पड़ सकता है खामियाजा

Bank FD Detail: बैंक FD में पैसा लगाने वाले जान ले पहले नुकसान के बारे में, नहीं तो भुगतना पड़ सकता है खामियाजा, एफडी कई मायनों में निवेश का बढि़या विकल्‍प है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी है, जिन्‍हें जानकर ही किसी निवेशक को एफडी करानी चाहिए. आज हम आपको एफडी में निवेश के 9 नुकसान के बारे में बताने वाले हैं.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से. 

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एफडी करवाना पड़ सकता है आपको महंगा

भारत में जब निवेश की बात आती है, तो बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्प बना हुआ है. अधिकांश भारतीय नियमित रूप से एफडी में निवेश करना पसंद करते हैं. मई 2022 से एफडी की बढ़ती ब्याज दरों ने भी इसे एक बेहतरीन निवेश विकल्प बना दिया है. न केवल वेतनभोगी वर्ग या वरिष्ठ नागरिक, यहां तक ​​कि मिलेनियल्स भी टर्म डिपॉजिट (Term Deposits) में निवेश करने में रुचि दिखा रहे हैं.

एफडी में होने वाले नुकसान के बारे में

मनी एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि एक शानदार निवेश विकल्प होने के बावजूद, एफडी में भी कमियां हैं. इसलिए एक निवेशक को इसके बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है. एफडी में निवेश करने के कई फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं. आज हम आपको एफडी में निवेश के 8 नुकसान के बारे में बताने वाले हैं.

फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश में कम रिटर्न

फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने का नुकसान यह है कि फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज की एक निश्चित दर प्रदान करता है, जो आमतौर पर स्टॉक या म्यूचुअल फंड जैसे अन्य निवेश विकल्पों द्वारा दिए गए रिटर्न से कम होता है.

डिपॉजिट की अवधि

एक बार जब आप एफडी में निवेश करते हैं, तो आपका पैसा डिपॉजिट की अवधि के लिए लॉक हो जाता है. इसका मतलब यह है कि आप अपने पैसे का उपयोग तब तक नहीं कर सकते जब तक कि अवधि समाप्त न हो जाए, भले ही आपके पास आपात स्थिति हो.

ब्याज पर टैक्स

एफडी पर आप जो ब्याज अर्जित करते हैं वह टैक्सेबल इनकम है. इसका मतलब है कि आपको अर्जित ब्याज पर टैक्स चुकाना होगा. एफडी का ब्याज ‘Income from Other Sources’ की श्रेणी में आता है.

महंगाई से परेशानी

टैक्स को ध्यान में रखे जाने के बाद भी निवेश पर रिटर्न आदर्श रूप से महंगाई की दर से अधिक होनी चाहिए. एफडी पर ब्याज दर ज्यादातर महंगाई की दर से कम होती है. ऐसे में अगर एफडी से महंगाई को मात देने वाला रिटर्न नहीं मिलता है तो उसमें निवेश करना अच्छा विचार नहीं है. अगर महंगाई दर आपके एफडी पर ब्याज दर से अधिक है, तो समय के साथ आपके पैसे का मूल्य कम हो जाएगा.

एफडी पर लिक्विडिटी की दिक्कत

एफडी में आपको लिक्विडिटी की दिक्कत होती है. अगर आप जरुरत पड़ने पर एफडी को तोड़ते हैं तो आपको इस पर प्री-मैच्योर पेनल्टी देनी होती है.

एफडी पर कोई कैपिटल गेन्स नहीं

अगर हम कैपिटल्स गेन्स की बात करे तो आप एफडी पर कोई कैपिटल गेन्स नहीं कमाते हैं.

बैंक दिवालिया होने का खतरा

एफडी को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन बैंक के दिवालिया होने का खतरा हमेशा बना रहता है. अगर ऐसा होता है, तो आप अपने निवेश का पूरा या कुछ हिस्सा खो सकते हैं.

प्रीमैच्योर विड्रॉल के लिए शुल्क

बैंक जमाकर्ताओं को अपनी एफडी से प्रीमैच्योर विड्रॉल का विकल्प प्रदान करते हैं. हालांकि, उन्हें प्रीमैच्योर विड्रॉल के लिए शुल्क देना पड़ता है.