बजाज ऑटो के शेयरधारकों को पूंजी लौटाने के लिए शेयर पुनर्खरीद की योजना
ब्याज कवरेज : बजाज-ऑटो पर कोई कर्ज नहीं है, इसलिए ब्याज भुगतान का कवरेज चिंता का विषय नहीं है।भारत की एक निजी और सबसे बडी़ टु व्हीलर निर्माता कंपनी है।पहला इलेक्ट्रिक थ्री-व्हील पैसेंजर थ्री-व्हीलर सेगमेंट में मार्केट लीडर है, जिसे ऑटो रिक्शा के रूप में भी जाना जाता है। कंपनी का हेडक्वार्टर पुणे में स्थित है। इस कंपनी की स्थापना साल 1944 में जमनालाल बजाज ने की थी। ये देश की पुरानी टू-व्हीलर कंपनियों में से एक है।बजाज एक बहुत ही विश्वसनीय ब्रांड है ।
मुम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर बुधवार को बजाज ऑटो का शेयर पांच प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर 52 सप्ताह के सबसे अधिक हो गया है, कंपनी ने कहा था कि बजाज कम्पनी होल्डर 8 जनवरी को शेयर को दुबारा योजना बना रहे है। इसके बाद शेयर में तेजी आई। बीएसई पर यह 6,989.4 रुपये पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान यह 7,059.75 रुपये के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच गया था।
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कंपनी अनुसार दी गयी सुचना में कहा कि वह कंपनी अधिनियम, (2013 कानून और उसके तहत बनाए गए विनियम समेत), भारतीय security और विनिमय बोर्ड (प्रतिभूतियों की पुनर्खरीद) विनियम, 2018 और अन्य लागू कानूनों के प्रावधानों के अनुसार कंपनी के पूरी तरह से चुकता इक्विटी शेयरों को दुबारा खरीदने का प्रस्ताव तथा आवश्यक और प्रासंगिक अन्य विषयों पर विचार करेगी।
कंपनी ने पिछले वर्ष 24 की पहली छमाही में 3,600 करोड़ रुपये से अधिक का राशि नकदी का बिजनेस किया था , जो वित्त वर्ष 23 की पहली छमाही की तुलना में 1.6 गुना अधिक है।
तिमाही के दौरान 4,000 करोड़ रुपये के लाभ वितरण के बाद 30 सितंबर, 2023 तक इसकी बैलेंस शीट में 17,326 करोड़ रुपये का अधिक अधिशेष धन है। 30 सितंबर, 2023 तक बजाज ऑटो का कुल नेटवर्थ 29,331 करोड़ रुपये तक था।
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बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने सीएनबीसी बातचीत के दुरान कहा कि यह दुबारा शेयर खरीदना और शेयर धारकों को पूंजी लौटाने का लाभ कारी तरीका है इससे पहले जून 2022 में बजाज ऑटो ने 4,600 रुपये प्रति शेयर की दर पर 2,500 करोड़ रुपये की शेयर दुबारा खरीद कर ही इस तरह की योजना पर अमल किया था