एलोवेरा की खेती कर कमा सकते है लाखो का मुनाफा, जाने की खेती को करने बारे में

By Jitendra kumar

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आज कल ऐसी तो बहुत खेती की जा रही है लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल में आपको एलोवेरा की खेती करने के बारे में और आपको पता नहीं की एलोवेरा की खेती करने से बहुत ज्यादा फ़ायदा है और क्योकि उससे बहुत सरे प्रोडक्ट बनाये जाते है और साथ में होने के लिए उपयोग किया जाता है जिससे आपके हेल्थ भी अच्छी रहती है इसलिए इसकी मार्किट में अच्छी खासी डिमांड में है और वहीं, एलोवेरा की खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है. इसके अलावा, इसे पहाड़ी और बलुई दोमट मिट्टी में भी उगाया जा सकता है. ऐसे में आइए आज हम एलोवेरा की उन्नत किस्में, खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी, जलवायु, बुवाई और कटाई के सही समय के बारे में जानते हैं.आइये जानते इसकी खेती करने के बारे में

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एलोवेरा की खेती के लिए सही मिटटी और जलवायु का चुनाव :-
इस खेतो को करने के लिए सबसे पहले जरुरत होती है सही मिटटी और जलवायु की जिससे इसकी फसल को किया जा सके और एलोवेरा की खेती के लिए अच्छी मिट्टी की आवश्यकता होती है और इसके पौधे को लगाने के लिए गहरे गहरे गड्ढे को खोदा जाता है और फिर उसमे उन पोधो को लगाया जाता है और इसके अलावा इसे पहाड़ी और बलुई दोमट मिट्टी में भी उगाया जा सकता है. और वहीं एलोवेरा की फसल को खेत में लगाने से पहले उसके खेत को अच्छी तरह से तैयार कर लेना चाहिए. और इसके अलावा इसकी खेती में भूमि का पीएच मान 8.5 तक होना चाहिए.

जाने एलोवेरा के पौधे को कब लगाएं :-
इसकी खेती करने के लिए सबसे अच्छा समय होता है जुली और अगस्त के महीने में क्योकि इस महीने में लगाने से पैदावार अच्छी होती है और इस खेती को सर्दियों के महीनो को छोड़कर कभी भी की जताई है और आप इन बातो का ध्यान रखे की जानबी आप इसके पोधो को नर्सली से ख़रीदकर लाये तो वः पौधा कम से कम पुराना होना चाहिए जिसमे एक या दो पत्तिया होनी चाहिए जिससे उसे लगाने में आसानी हो और लग सके और रोपाई के दौरान एलोवेरा के पौधों के बीच में 40-45 सेमी की दूरी अवश्य रखें. दरअसल, पौधों को दूरी पर लगाने से पत्तियों के तैयार होने पर उनकी तुड़ाई करने में आसानी होती है.

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देखे एलोवेरा की कटाई और पैदावार :-
एलोवेरा की कम से कम 100 से ज़्यादा उन्नत किस्मे होती है और जो अच्छी पैदावार होती है और एलोवेरा की के पौधे की रोपाई करने के बाद कम से कम इसे लगने में 9 से 10 महीने लग जाते है और फिर इसके बाद इसे कटाई की जाती है और अगर आपके खेतो की मिटटी कम उपजाऊ हैतो उस फसल को पकने में 10 से 12 महीने लग जाते है और इस फसल की कटाई दो बार की जाती है और. इसके एक एकड़ के खेत में तक़रीबन 11,000 से अधिक पौधों को लगाया जा सकता है, जिससे आपको 20 से 25 टन की पैदावार प्राप्त हो जाती है.

Jitendra kumar

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