Al-Zawahiri: अल-कायदा चीफ अल-जवाहिरी की मौत का US ने कैसे रचा था प्लान, भारत को पहले से थी जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ट्वीट करके अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की है. अमेरिकी रराष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने ट्वीट में कहा कि शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में कामयाब हवाई हमला किया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ट्वीट करके अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की है. अमेरिकी रराष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने ट्वीट में कहा कि शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में कामयाब हवाई हमला किया.
जो बाइडन ने ट्वीट कर की मारे जाने की पुष्टि Joe Biden confirmed the death by tweeting
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ट्वीट करके अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने ट्वीट में कहा कि शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में कामयाब हवाई हमला किया, जिसमें अल कायदा का अमीर अयमान अल जवाहिरी मार गिराया गया. इंसाफ हो गया.

सितंबर 2011 के अमेरिकी हमले में थी अहम भूमिका Was instrumental in the US attack of September 2011
बता दें कि अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी पर अमेरिका में हुए कई हमलों का आरोप था. साल 2001 में 11 सितंबर को अमेरिका पर हुए हवाई हमलों में अल जवाहिरी ने अहम भूमिका निभाई थी. इन हमलों में अमेरिका के चार नागरिक विमानों को हाइजैक करके उन्हें न्यू यॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर, वॉशिंगटन के पास रक्षा मंत्रालय पेंटागन और पेंसिलवेनिया में टकराया गया था. इन हमलों में करीब 3 हजार लोग मारे गए थे.
सीआईए ने रविवार को ड्रोन से किया हमला CIA attacked with drone on Sunday
अमेरिका के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर खुलासा किया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर ड्रोन स्ट्राइक की थी. इसी हमले में अयमान अल जवाहिरी मारा गया. यह हमला अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ अभियान के तहत किया गया. अगर उसकी मौत की खबरों की पुष्टि हो जाती है, तो तालिबान की भूमिका पर सवाल उठेंगे. सवाल उठेंगे कि क्या पिछले साल अगस्त 2021 में काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान अपने यहां जवाहिरी को पनाह दिए हुआ था. साल 2021 में 20 साल बाद अमेरिकी फौजें अफगानिस्तान छोड़कर अमेरिका वापस चली गई थीं.