अब देश के किसानों के बड़ी खुशखबरी किसानों को ट्रैक्टर पर 50% छूट, फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए जालीदार बाड़ पर भी मिलेगा अनुदान, जानिए कैसे ले लाभ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पेश किए बजट में कृषि के विकास के लिए 150 करोड़ रुपए के बजट प्रावधान के साथ हिम उन्नति योजना का ऐलान किया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश में कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के रूप रेखा तैयार की गई है। मुख्यमंत्री ने बजट अभिभाषण में कहा कि हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में कृषि और सहयोगी क्षेत्रों की अहम भूमिका है। इस पर प्रदेश के 70 प्रतिशत कामगार निर्भर है। प्रदेश में कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए क्षेत्र आधारित एकीकृत एवं समग्र कृषि विकास योजना हिम उन्नति को शुरू, करने की घोषणा की है। यह योजना क्लस्टर अप्रोच के आधार पर चलाई जाएगी, जिसमें प्रथम चरण में पूरे प्रदेश में क्लस्टर चिन्हित किए जाएंगे।
नकदी फसलों के लिए बनेंगे अलग क्लस्टर Separate clusters will be made for cash crops
नई योजना के अंतर्गत हर क्लस्टर में जलवायु, भौगोलिक परिस्थितियों जैसे मृदा के प्रकार इत्यादि के आधार पर कम से कम 40 बीघा भूमि शामिल की जाएगी। प्रदेश में दूध, दालों, मोटे अनाज, सब्जियों, फलों, फूलों व प्राकृतिक कृषि के लिए अलग क्लस्टर बनाए जाएंगे। हिम उन्नति के पहले चरण के लिए 150 करोड़ रुपएफसलों के सभी सब-प्रोजेक्ट भी 2023-24 में हिम उन्नति के लिए 150 करोड़ प्रथम चरण में वर्ष रुपए उपलब्ध करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के अंतर्गत जालीदार बाड़ लगाने के लिए भी उपदान दिया जाएगा। सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मेकेनाइजेशन के तहत किसानों को ट्रैक्टर पर 50 प्रतिशत सबसिडी प्रदान की जाएगी।
15 हजार बागबानों को निखारेगा ‘शिवा’ ‘Shiva’ will enhance 15 thousand gardeners
प्रदेश में बागबानों के विकास के लिए नीति बनाएगी सरकार, सात जिलों पर खर्च होंगे 1292 करोड़
स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
हिमाचल में बागबानी के विकास के लिए सरकार बागबानी नीति लाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए जारी किए गए बजट में यह ऐलान किया है। उन्होंने कि प्रदेश में ब्लूबेरी, एवोकाडो और ड्रैगन फ्रूट जैसे फलों की खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि बागबानी की आय में बढ़ोतरी हो। इसके अलावा 1292 करोड़ रुपए की लागत से आगामी पांच वर्षों में हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना के अंतर्गत सात जिलों में बागबानी का विकास करेगी। इन जिलों में बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन और ऊना जिला शामिल है। 28 विकास खंडों में छह हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में चरणों में बागबानी का विकास करेगी। इसके अंतर्गत 15 हजार से अधिक बागबान परिवार परियोजना के अंतर्गत किसानों की निजी भूमि का एक फसल एक क्लस्टर एप्रोच में संतरा, अमरूद आम अनार, लीची, प्लम, पी नट और परसीमन आदि फलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। परियोजना में एक करोड़ पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य है ।
यहां खुलेंगे कोल्ड-सीए स्टोर Cold-CA store will open here
अब देश के किसानों के बड़ी खुशखबरी किसानों को ट्रैक्टर पर 50% छूट, फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए जालीदार बाड़ पर भी मिलेगा अनुदान, जानिए कैसे ले लाभ एफपीओ के सहयोग से ग्रेडिंग-पैकिंग हाउस, सीए व कोल्ड स्टोर स्थापित होंगे। इनमें किन्नौर के भावानगर, चिडग़ांव के संदासु, जुब्बल के अणु, चौपाल, सोलन के जाबली, मंडी के सुंदरनगर और रामपुर के दत्तनगर और शिमला के खड़ापत्थर में स्थापित किए जाएंगे।
एचपीएमसी खरीदेगा बागबानों के उत्पाद HPMC will buy the products of gardeners
अब देश के किसानों के बड़ी खुशखबरी किसानों को ट्रैक्टर पर 50% छूट, फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए जालीदार बाड़ पर भी मिलेगा अनुदान, जानिए कैसे ले लाभ बागबानों के उत्पाद की एचपीएमसी द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की स्थापना की जाएगी। इसके माध्यम से एचपीएमसी के सीए स्टोर की बुकिंग के लिए भी सुविधा प्रदान की जाएगी। बागबान घर बैठे एचपीएमसी को बेचे जाने वाले उत्पाद का प्रबंधन कर सकेंगे। व्यवस्था के अंतर्गत बागबान, एचपीएमसी द्वारा बेचे जाने वाले उपकरणों एवं अन्य सामग्री की बुकिंग भी करवा सकेंगे।