विवादों से भरा पड़ा है T20 World Cup का इतिहास! युवी-फ्लिंटॉफ की लड़ाई के अलावा जानें 5 सबसे बड़े बवाल, आईसीसी T20 World Cup 2024 का आगाज 2 जून से अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने जा रहा है। इस मेगा आईसीसी इवेंट में दुनिया भर की कुल 20 टीमें भाग ले रही हैं। टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 2007 में हुई थी। 17 साल के इतिहास में इस टूर्नामेंट में कई विवाद हुए। तो चलिए जानते हैं टी20 वर्ल्ड कप के 5 बड़े विवादों के बारे में।
युवराज सिंह और एंड्रयू फ्लिंटऑफ की लड़ाई
2007 T20 World Cup में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए मैच में एक हलचल मच गई थी। दरअसल, किसी बात को लेकर भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह और इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी एंड्रयू फ्लिंटऑफ के बीच बहस हो गई थी। दोनों के बीच काफी तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी। हालांकि, युवी ने बल्ले से जवाब दिया और उसी मैच में इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 6 गेंदों पर 6 छक्के लगा दिए थे।
2009 वर्ल्ड कप में सिमंस को वापस भेजा गया
इंग्लैंड में 2009 T20 World Cup के दौरान ऑस्ट्रेलिया के जाने-माने खिलाड़ी एंड्रयू सिमंस को अनुशासनहीनता के कारण वापस घर भेज दिया गया था। सिमंस, जिनका क्रिकेट करियर विवादों से भरा रहा, उन्होंने शराब और कुछ अन्य टीम नियमों को तोड़ दिया था। हालांकि, सिमंस का 14 मई 2022 को एक भयानक कार दुर्घटना में निधन हो गया।
वॉर्नर का 2-बाउंस गेंद पर छक्का लगाना
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर 2021 में दुबई में हुए टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में एक विवाद में फंस गए थे। दरअसल, मोहम्मद हफीज की एक गेंद दो बार बाउंस हुई थी, और वॉर्नर ने गेंद उनके पास पहुंचने से पहले ही उस पर छक्का लगा दिया था। इस अजीब घटना ने मैच में काफी सुर्खियां बटोरी थीं। हालांकि, इसके बाद वॉर्नर ने ट्विटर पर अपना बचाव किया और स्पष्टीकरण दिया।
शाहिद अफरीदी का विवादित बयान
2016 का टी20 वर्ल्ड कप भारत में खेला गया था। ऐसे में उस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की कप्तानी शाहिद अफरीदी कर रहे थे। वह भारत आए और अपने बयान में कहने लगे कि पाकिस्तान टीम को भारत में पाकिस्तान से ज्यादा प्यार मिलता है। इस बात को लेकर काफी हंगामा खड़ा हो गया था। अफरीदी के इस बयान से पाकिस्तानी जनता खुश नहीं थी।
डिकॉक का नस्लवाद के खिलाफ घुटने टेकने से इनकार
2021 में हुए टी20 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक एक विवाद के बीच आ गए थे। उन्होंने ‘व्यक्तिगत कारणों’ का हवाला देते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ ग्रुप मैच से नाम वापस ले लिया था। बाद में पता चला कि डिकॉक घुटने के लिए तैयार नहीं थे, जो कि नस्लवाद के खिलाफ एक प्रतीकात्मक समर्थन है। हालांकि, जल्द ही इस मामले को सुलझा लिया गया। डिकॉक ने ट्विटर पर एक बयान जारी किया और माफी मांगते हुए कहा कि वह घुटने के लिए तैयार हैं।