200 कड़नाथ मुर्गे के बराबर होती है दुनिया के सबसे महंगे मुर्गे की कीमत, जानकर पैरों तले खिसक जाएगी जमीन। भारत में किसान खेती के साथ- साथ पशुपालन और मुर्गी पालन भी करते हैं. इससे करोड़ों लोगों के घर का चूल्हा जल रहा है. बड़े और अमीर किसान जहां गाय- भैंस पालते हैं. वहीं छोटे और सीमांत किसान घर का खर्च चलाने के लिए मुर्गी पालन करते हैं.
200 कड़नाथ मुर्गे के बराबर होती है दुनिया के सबसे महंगे मुर्गे की कीमत, जानकर पैरों तले खिसक जाएगी जमीन
हालांकि कई राज्यों में मुर्गी पालन करने के लिए किसानों को सब्सिडी भी दी जाती है. ऐसे लोगों को लगता है कि दुनिया में सबसे महंगा मुर्गा कड़कनाथ ही है, लेकिन ऐसी बात नहीं है. मुर्गी की एक नस्ल ऐसी भी है, जो कड़कनाथ से भी काफी महंगी होती है. इस मुर्गी की कीमत इतनी अधिक है कि 200 कड़नाथ मुर्गे के बराबर होती है.
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200 कड़नाथ मुर्गे के बराबर होती है ड्रैगन मुर्गी की कीमत

आज हम बात कर रहे हैं ‘डॉन्ग टाओ’ के बारे में, जिसे ड्रैगन चिकन के नाम से भी जाना जाता है. कहा जाता है कि एक ड्रैगन मुर्गी की कीमत 200 कड़नाथ मुर्गे के बराबर होती है. खास बात यह है कि यह दुनिया के सबसे महंगी मुर्गियों में से एक है.
पहले सिर्फ वियतनाम में ही किया जाता था इस मुर्गी का पालन

इस मुर्गी का पालन पहले सिर्फ वियतनाम में ही किया जाता था, लेकिन अब मांग बढ़ने पर पूरी दुनिया में लोगों ने इसका पालन शुरू कर दिया है. हालांकि, भारत में अभी भी मुर्गी पालन व्यवसाय से जुड़े लोग ‘डॉन्ग टाओ’ के बारे में उतनी जानकारी नहीं रखते हैं.हालांकि अभी मार्केट में एक ड्रैगन किचन की कीमत लगभग 163570 रुपये है.
अजीबोगरीब है ‘डॉन्ग टाओ’ की कहानी

‘डॉन्ग टाओ’ की कहानी भी अजीबोगरीब है. सबसे पहले इसका पालन वियतनाम की राजधानी हनोई में शरू किया गया था. एक फार्म में इस नस्ल के कुछ मुर्गे पाले गए थे. इस नस्ल के मुर्गे की टांगें सामान्य मुर्गों के मुकाबले मोटी होती हैं. अभी वियतनाम में भी इस मुर्गे की संख्या बहुत कम है. इसलिए वहां के लोग अपने मुख्य त्यौहार लूनर न्यू ईयर पर ही इसे खाते हैं.
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10 किलो भी हो सकता है ड्रेगन चिकन का वजन

ड्रेगन चिकन की सबसे बड़ी खासियत है कि इसके मीट में फैट बहुत कम होता है. ऐसे में अगर आप ‘डॉन्ग टाओ’ का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको इसके चूजे वियतनाम से मंगवाने पड़ेंगे. इसके बाद सामान्य मुर्गियों की तरह मुर्गी फार्म में इसका पालन शुरू कर सकते हैं. कहा जाता है कि ड्रैगन चिकन की खुराक देसी मुर्गियों के मुकाबले अधिक होती है. साथ ही इसका वजन भी काफी अधिक होता है. खास बात यह है कि कड़कनाथ के मुकाबले भी ड्रैगन चिकन का वजन काफी अधिक होता है. यह 10 किलो का भी हो सकता है.